वर्ल्ड एथलेटिर्स चैंपियनशिप के फाइनल में ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा को 88.13 मीटर दूर भाला फेंकने के बाद भी सिल्वर से संतोष करना पड़ा। उनके और गोल्ड के बीच ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स आ गए। 90 मीटर से अधिक दूरी का थ्रो फेंककर पोडियम फिनिश करने वाला एथलिट तेज गेंदबाज बनना चाहता था। ऐसा तेज गेंदबाज जिसकी गेंद बल्लेबाज को न दिखे। इसके बाद फर्राटा धावक उसैन बोल्ट की वजह से वह स्पिंटर बनना चाहते थे, लेकिन अंत में चोटिल होने की वजह से जेवलिन थ्रोअर बन गए।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पॉडकास्ट पर एंडरसन ने कहा, “मुझे क्रिकेट पसंद था। ग्रेनाडा में हमारे पास क्रिकेट और ट्रैक-एंड-फील्ड का विकल्प था। मैं दोनों में हिस्सा लेता था। मैं एक तेज गेंदबाज था। मुझे गेंद फेंकना पसंद था. मुझे लगा कि मैं इसे इतनी तेजी से फेंक सकता हूं कि बल्लेबाज इसे देख भी नहीं सकता। मैं हमेशा 90 मील प्रति घंटे की गेंद फेंकने का लक्ष्य रखता था। “
चोट के कारण उठाया भाला
इसके बाद एंडरसन के जीवन में उसैन बोल्ट की एंट्री हुई। उन्होंने इसे लेकर कहा, ” इसी साल उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। अब मैं एक धावक बनना चाहता था। ” इसके बाद चोट के कारण उन्हें भाला उठाना पड़ा। अब इस खेल में उन्होंने भारत के चोपड़ा को टक्कर देना शुरू कर दिया है। पोलैंड में 2016 अंडर -20 विश्व चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा और ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स का पहली बार मुकाबला हुआ था।
अंडर-20 विश्व चैंपियन बने थे नीरज चोपड़ा
नीरज ने 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर जूनियर वर्ल्ड चैंपियन का खिताब अपने नाम किया था। वहीं 79.65 मीटर के साथ एंडरसन तीसरे स्थान पर रहे थे। दक्षिण अफ्रीका के जोहान ग्रोबलर 80.59 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे। पीटर्स ने राष्ट्रीय अंडर -20 प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उस समय तक चोपड़ा ने फ्यूचर स्टार के तौर पर अपना दबदबा बना लिया था।
नीरज चोपड़ा की राह में रोड़ा बन रहे पीटर्स
पीटर्स दुनिया में सर्वश्रेष्ठ जैवलिन थ्रोअर में से एक हैं। वह विश्व चैंपियनशिप के गत चैंपियन हैं। हालांकि, वह टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने में विफल रहे थे, लेकिन उन्होंने इस सीजन में शानदार प्रदर्शन किया है। दोहा डायमंड लीग में 93.07 मीटर और स्टॉकहोम डायमंड लीग में 90.31 मीटर के थ्रो के उन्होंने चोपड़ा को दूसरे स्थान पर धकेल दिया। पीठ की चोट के बावजूद उनका शानदार प्रदर्शन जारी है।