भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दिखाने में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का अहम योगदान रहा है। गांगुली की ही कप्तानी में भारतीय टीम ने आक्रामक क्रिकेट खेलनी शुरू की। कोलकाता के बेहला में 8 जुलाई 1972 को जन्में सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तानों में से एक हैं। साल 2002 की 13 जुलाई को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की बालकनी में सौरव गांगुली का टीशर्ट उतारकर जश्न मनाना शायद ही कोई भूल सकता है।

गांगुली के जश्न के उस तरीके पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी। हालांकि, ऐसे लोगों की संख्या भी बहुत जिन्होंने सौरव के उस एक्शन को सही ठहराया था। ऐसी हस्तियों में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का नाम भी शामिल है। अमिताभ बच्चन ने टीवी रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में दादा के नाम से मशहूर गांगुली से यहां तक कहा था कि अगर उनकी जीत हुई तो वह कोट-पैंट सब उतार देंगे।

केबीसी के 13वें सीजन में अमिताभ बच्चन ने नेटवेस्ट ट्रॉफी का फाइनल जीतने के बाद सौरव गांगुली के लॉर्ड्स की बालकनी में शर्ट उताकर जश्न मनाने पर गर्व जताया था। शो के एपिसोड ‘शानदार शनिवार’ में सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने बतौर गेस्ट शिरकत की थी।

एपिसोड में गांगुली ने 20 अक्टूबर 1978 को दिल्ली के नजफगढ़ में जन्में वीरेंद्र सहवाग की खूब खिंचाई भी की थी। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गांगुली और पूर्व ओपनर सहवाग ने क्रिकेट से जुड़े कई राज भी खोले थे।

बातचीत के दौरान लॉर्ड्स की बालकनी में गांगुली के टीशर्ट्स उतारने का भी जिक्र हुआ। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में 11 अक्टूबर 1942 को जन्में अमिताभ बच्चन ने सौरव गांगुली की सराहना करते हुए कहा था कि उन्हें इसी अक्रामक रवैये पर गर्व है। वीरेंद्र सहवाग के पुराने ट्वीट को दिखाते हुए बिगबी ने कहा, ‘जब आपने कमीज उतारकर घुमाई थी, वह सबसे खूबसूरत पल था। मुझे बहुत गर्व है। हमे ऐसे ही रवैये की जरुरत है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं आपको बताऊं, जब कोई हमे ताना मारेगा और हमारी जीत हो तो हमे भी उसे वैसे ही वापस ताना मारना चाहिए। हम भारतीय बहुत दबे-दबे रहते हैं। मुझे आप पर बहुत गर्व है कि आपने ऐसा किया। हम भारतीय सोचते हैं, नही ज्यादा दिखावा नही करना चाहिए।’ इसके बाद अमिताभ ने हंसते हुए कहा, ‘लेकिन अगर जीत हमारी हुई तो हम कोट-पैंट सब उतार देंगे।’

बता दें कि लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम की जीत पर सौरव गांगुली का शर्ट उतारकर जश्न मनाना खेल प्रेमियों को हमेशा याद रहेगा। 326 रन का लक्ष्य हासिल कर भारतीय टीम ने दिखा दिया था कि यह नई भारतीय टीम है। सिर्फ सचिन तेंदुलकर का विकेट लेने के बाद ही आपकी जीत तय नही होगी। यह भारतीय टीम किसी की गुलामी नही करेगी। वह अंत तक लड़ेगी और जीत भी हासिल करेगी।