उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी ने आज दुबई में मुख्य कार्यकारी समिति की बैठक में भाग लिया जबकि बोर्ड की बैठक में बीसीसीआई ने आईसीसी से विक्रम लिमये समेत दो प्रतिनिधियों को अनुमति देने की गुजारिश की है । आईसीसी संविधान के मुताबिक बोर्ड बैठक में एक ही क्रिकेट बोर्ड के दो प्रतिनिधि भाग ले सकते हैं जिनमें से एक निदेशक की हैसियत से और दूसरा पर्यवेक्षक की हैसियत से भाग लेगा । पर्यवेक्षक की कोई भूमिका नहीं होगी और वह किसी चर्चा में भाग नहीं ले सकेगा । बीसीसीआई को इसके लिये आईसीसी बोर्ड से अनुमति लेनी होगी कि वे दो प्रतिनिधियों को भाग लेने दे जिनमें प्रशासकों की समिति के सदस्य विक्रम लिमये शामिल होंगे ।
यह देखना होगा कि दूसरा सदस्य अमिताभ , कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी और सीईओ राहुल जौहरी में से कौन होगा । भारत वित्त और व्यावसायिक कार्यों की समिति का हिस्सा नहीं है लिहाजा यह पता नहीं है कि बीसीसीआई के पहले सीईओ जौहरी किसी भी बैठक में भाग लेंगे या नहीं । जौहरी सीईसी की बैठक में भाग ले सकते थे लेकिन अमिताभ को बीसीसीआई के प्रतिनिधि के तौर पर अनुमति दी गई । पाकिस्तान की ओर से सुभान अहमद, क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की ओर से हारून लोर्गट और क्रिकेट आस्ट्रेलिया के जेम्स सदरलैंड ने इसमें भाग लिया और ये सभी अपने अपने बोर्ड के सीईओ हैं ।
