रियो ओलंपिक का पहला गोल्ड मेडल अमेरिका के खाते में गया। अमेरिका की वर्जिनिया थ्रेशर ने डियोडोरो शूटिंग वेन्यू में 208.0 प्वाइंट लेकर 10 मीटर राइफल शूटिंग वुमन्स में गोल्ड जीता। चीन को इस प्रतिस्पर्धा में दूसरे और तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। इस मुकाबले में भारतीय निशानेबाज अपूर्वी चंदेला और आयोनिका पाल ने भी हिस्सा लिया था। हालांकि दोनों बाहर हो गई थीं।

10 मीटर राइफल शूटिंग वुमन्स में सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल चीन के खाते में गया। इस मुकाबले में 207.0 अंक के साथ चीन की ड्यू ली दूसरे नंबर पर रही और सिल्वर मेडल जीता। चीन की ही यी सिलिंग के 185.4 प्वाइंट हासिल कर ब्रॉन्ज मेडल जीता। अमेरिका की 19 साल की वर्जिनिया थ्रेशर ने 2004 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली चीन की ली को हरा कर रिकॉर्ड बनाया है।

भारत की उम्मीदों को झटका
भारतीय निशानेबाज अपूर्वी चंदेला और आयोनिका पाल रियो ओलंपिक में शनिवार (6 अगस्त) को यहां 10 मीटर एयर राइफल महिला स्पर्धा में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और बुरी तरह पिछड़ते हुए स्पर्धा से बाहर हो गई। अपूर्वी ने 411.6 अंक जुटाए और वह 51 प्रतिस्पर्धियों में 34वें स्थान पर रही। अयोनिका ने 403 अंक के साथ 47वां स्थान हासिल किया। चीन की ड्यू ली क्वालीफिकेशन में 420.7 अंक के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर रही थी। अपूर्वी और आयोनिका से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाले इन दोनों खिलाड़ी ने मायूस किया। तेईस साल की अपूर्वी ने कोरिया के चांगवान में 2015 आईएसएसएफ विश्व कप की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में तीसरे स्थान पर रहते हुए ओलंपिक कोटा हासिल किया था। इसी तरह 23 साल की अयोनिका ने जनवरी में एशियाई ओलंपिक क्वालीफाइंग में रजत पदक के साथ भारत के लिए कोटा जीता।