करीब दो महीने पहले अंबाती रायुडू ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था। अब उन्होंने अपने फैसले पर यू टर्न लिया है। उन्होंने फिर से क्रिकेट के मैदान पर लौटने का मन बनाया है। इस संबंध में दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) को एक पत्र लिखा है। पत्र में रायुडू ने लिखा है, ‘मैं आपके संज्ञान में यह बात लाना चाहता हूं कि मैंने संन्यास का फैसला वापस ले लिया है और क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में खेलना चाहता हूं।’

रायुडू ने इंग्लैंड में हुए आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के लिए टीम इंडिया में नहीं चुने जाने के बाद क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था। टीम इंडिया ने उनकी जगह विजय शंकर को तरजीह दी थी। इसके बाद रायुडू ने 3डी ग्लासेज का ऑर्डर देने वाला ट्वीट कर विजय शंकर और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर तंज कसा था।

रायुडू ने लिखा, ‘मैं चेन्नई सुपरकिंग्स, वीवीएस लक्ष्मण और नोएल डेविड को धन्यवाद देने के लिए यह अवसर लेना चाहता हूं। मेरे कठिन समय के दौरान उन्होंने मेरी काफी मदद की। वे मुझे यह अहसास दिलाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं कि मेरे अंदर पर्याप्त क्रिकेट बाकी है।’

33 साल के रायुडू का कहना है कि उन्होंने रिटायरमेंट का फैसला जल्दबाजी में लिया गया था। वह भावनाओं में बहकर उठाया गया कदम था। उन्होंने लिखा, ‘मैं खुद को हैदराबाद की टीम के साथ एक शानदार सीजन के तौर पर देख रहा हूं। टीम को यह अहसास कराना चाहता हूं कि मैं पूरी क्षमता के साथ आया हूं। मैं हैदराबाद टीम में शामिल होने के लिए 10 सितंबर से उपलब्ध रहूंगा।’ नोएड डेविड एचसीए की चयन समिति के अध्यक्ष हैं।

रायुडू के संन्यास वापसी के सवाल पर डेविड ने कहा, रायुडू का हमेशा स्वागत है। रणजी टीम के अगले सीजन की तैयारी के लिए उनकी सेवाओं की जरूरत है। यह हमारे लिए बहुत अच्छी खबर है। मुझे अब भी विश्वास है कि उनके पास करीब 5 साल की क्रिकेट बची है। पिछले साल हम उनके बिना रणजी ट्रॉफी में संघर्ष करते दिखे थे।

अंबाती रायुडू टीम इंडिया के लिए 55 वनडे मैच खेल चुके हैं। इसमें उन्होंने 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए हैं। उन्होंने वनडे क्रिकेट में तीन शतक और 10 अर्धशतक लगाए हैं। रायुडू ने टी20 में टीम इंडिया का सिर्फ 6 मैचों में प्रतिनिधित्व किया है। इसमें वे सिर्फ 42 रन ही बना पाए हैं।