ग्लेमॉर्गन के पूर्व बल्लेबाज एलन जोंस को बुधवार को इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने टेस्ट कैप से सम्मानित किया। उन्होंने 1970 में शेष विश्व एकादश के खिलाफ अपने देश की ओर से एकमात्र टेस्ट मैच खेला था। हालांकि, उन्हें टेस्ट कैप मैच खेलने के 50 साल बाद 81 साल की उम्र में मिली है। उनकी टेस्ट कैप का नंबर 696 है। वह टेस्ट कैप हासिल करने वाले दुनिया के सबसे बुजुर्ग क्रिकेटर बन गए हैं।
दरअसल, जिस मैच में एलन जोंस ने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था, तो शुरुआत में उस तरह के टेस्ट मैचों टेस्ट का दर्जा हासिल था। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने 1972 में इनका यह दर्जा छीन लिया। इस तरह से जोंस से 48 साल तक टेस्ट क्रिकेट का दर्जा छिना रहा। हालांकि, अब ईसीबी जोंस को कैप नंबर 696 से सम्मानित किया है। वह 2020 में टेस्ट कैप हासिल करने वाले इंग्लैंड के पहले क्रिकेटर हैं। उनसे पहले पिछले साल नवंबर में जैक क्राउले ने टेस्ट कैप हासिल की थी।
चूंकि कोरोनावायरस के कारण इंग्लैंड में अब भी लॉकडाउन को लेकर पाबंदियां लागू हैं, ऐसे में जोंस को कैप सौंपने का कार्यकम वीडियो लिंक के जरिए हुआ। उनको इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट और ईसीबी के चेयरमैन कॉलिन ग्रेव्स ने कैप प्रदान की।
जोंस ने अपनी नई टेस्ट कैप हासिल करने के बाद कहा, ‘यह फिट बैठती है। अब मैं हेलमेट का इंतजार कर रहा हूं।’ जोंस ने प्रथम श्रेणी मैचों में 36,049 रन बनाए हैं, जो आईसीसी से मान्यता प्राप्त किसी भी टेस्ट में नहीं खेलने वाले किसी भी बल्लेबाज के सर्वाधिक प्रथम श्रेणी रन हैं।
हालांकि, इतने दिनों तक टेस्ट क्रिकेटर नहीं कहला पाने का उन्हें दुख भी है। जोंस ने कहा, मैं बहुत हैरान हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। ग्लेमॉर्गन के पूर्व खिलाड़ी और इंग्लैंड के बल्लेबाज स्टीव जेम्स ने इसे क्रिकेट के महान अन्यायों में से एक करार दिया।