इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम 28 अप्रैल को एक ऐसे नजारे का गवाह बना, जिसने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों को झकझोर दिया। राजस्थान रॉयल्स के 14 साल के नन्हे बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ मात्र 35 गेंदों में सेंचुरी ठोककर इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिख दिया। लेकिन इस ऐतिहासिक पारी के बाद गुजरात टाइटंस के कप्तान शुभमन गिल का एक बयान विवादों में घिर गया, जिस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा ने कड़ा ऐतराज जताया।

शुभमन गिल का बयान और बवाल

मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में गुजरात टाइटंस के कप्तान शुभमन गिल से वैभव की पारी के बारे में पूछा गया। गिल ने जवाब में कहा कि यह उनका दिन था। उनकी बल्लेबाजी शानदार थी और उन्होंने अपने दिन का पूरा फायदा उठाया। यह बयान भले ही तारीफ के रूप में था, लेकिन इसमें वैभव की मेहनत और प्रतिभा को ‘भाग्य’ से जोड़ने की बात कई लोगों को खटक गई। खासकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को यह बयान बिल्कुल पसंद नहीं आया।

स्टार स्पोर्ट्स पर पोस्ट-मैच प्रसारण के दौरान जडेजा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 14 साल की उम्र में इतना आत्मविश्वास दिखाना… और इसे सिर्फ भाग्यशाली दिन कह देना? यह वैभव को उसका हकदार श्रेय नहीं देता। जडेजा ने जोर देकर कहा कि वैभव की इस पारी में केवल रन या रिकॉर्ड नहीं, बल्कि एक नन्हे खिलाड़ी का जुनून, मेहनत और दबाव में खेलने की परिपक्वता झलकती है। उन्होंने कहा, “हम सभी ने क्रिकेट खेलते वक्त ऐसे पलों का सपना देखा है, चाहे वह अपने ड्राइंग रूम में हो या दोस्तों के साथ मैदान पर। लेकिन इस लड़के ने 14 साल की उम्र में उस सपने को सच कर दिखाया।”

वैभव का तूफान: 35 गेंदों में सेंचुरी

जयपुर में गुजरात टाइटंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 209 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में राजस्थान रॉयल्स के लिए मैदान पर उतरे 14 साल और 32 दिन के वैभव सूर्यवंशी ने ऐसा तूफान मचाया कि दिग्गज गेंदबाज भी बेबस नजर आए। वैभव ने 38 गेंदों में 101 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे। उनकी 35 गेंदों में सेंचुरी आईपीएल इतिहास की दूसरी सबसे तेज सेंचुरी थी और किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज। यह पारी न केवल वैभव को आईपीएल और टी20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाला बल्लेबाज बनाया, बल्कि राजस्थान को 15.5 ओवर में 8 विकेट से शानदार जीत भी दिलाई।

वैभव ने यशस्वी जायसवाल (40 गेंदों में 70*) के साथ मिलकर 166 रनों की सलामी साझेदारी की, जो राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल इतिहास की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है। उनकी इस पारी ने मोहम्मद सिराज, इशांत शर्मा और राशिद खान जैसे अनुभवी गेंदबाजों को भी हैरान कर दिया। वैभव ने पहली गेंद से ही आक्रामक रुख अपनाया और अपने शॉट्स की विविधता से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी इस पारी को देखकर कोच राहुल द्रविड़ भी अपनी सीट से खड़े होकर तालियां बजाने को मजबूर हो गए।

अजय जडेजा का संदेश

अजय जडेजा ने वैभव की तारीफ में कहा, “कुछ शॉट्स जो उन्होंने खेले, उन्हें पहले सपने में देखना पड़ता है, फिर मैदान पर उतारना पड़ता है। 14 साल की उम्र में ऐसा सोचना अविश्वसनीय है।” उन्होंने वैभव की मानसिक मजबूती की भी सराहना की। जडेजा ने बताया कि वैभव ने अपने डेब्यू मैच में 30 रन बनाने के बाद आउट होने पर भावुक होकर आंसू बहाए थे, लेकिन कुछ ही मिनटों में डगआउट में मुस्कुराते दिखे। “14 साल की उम्र में अपनी भावनाओं पर इतना नियंत्रण, यह खास है। उनका माइंडसेट गजब का है।”

जडेजा ने यह भी कहा कि वैभव की इस पारी ने भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदल दिया है। “सचिन तेंदुलकर और पार्थिव पटेल जैसे खिलाड़ी रणजी और दलीप ट्रॉफी के रास्ते आए, लेकिन वैभव ने सीधे आईपीएल में कदम रखकर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को ध्वस्त कर दिया। भारतीय क्रिकेट अब पहले जैसा नहीं रहेगा।”

प्रशंसकों का गुस्सा और खेल भावना की बात

शुभमन गिल के बयान पर न केवल जडेजा, बल्कि प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई। कई प्रशंसकों ने गिल को ‘ईर्ष्यालु’ और ‘खेल भावना से दूर’ करार दिया। एक प्रशंसक ने लिखा, “टीम हार गई, लेकिन वैभव की तारीफ में इतने कंजूस शब्द? यह निराशाजनक है।” हालांकि, कुछ प्रशंसकों ने गिल का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान गलत समझा गया और वे वैभव की तारीफ ही कर रहे थे।