विश्व के टॉप विकेटकीपर्स में शामिल भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जब विकेट पीछे खड़े होते हैं तब क्रीज पर खड़ा बल्लेबाज भी सावधान हो जाता है। क्योंकि धोनी के रहते बल्लेबाज क्रीज से थोड़ा भी बाहर गया तो समझा जाता है कि वह आउट हो गया। लेकिन रविवार (9 जुलाई, 2017) को भारत-वेस्टइंडीज के बीच खेले गए एकमात्र टी-20 मैच में धोनी का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है। दरअसल इस मैच में धोनी के हाथ से एक नहीं बल्की दो स्टंप मिस हुए। जिसकी वजह से टीम इंडिया को 190 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद भी हार का सामना करना पड़ा। हाल ही में 36 साल के हुए धोनी ने पहला स्टंप का मौका मार्लोन सैमुअल्स का गंवाया। आमतौर स्टंप आउट करने का मौका ना छोड़ने वाले धोनी ने ये मौका कुलदीप यादव के ओवर में छोड़ा। यादव की इस गेंद को मिस करते हुए सैमुअल्स जमीन पर गिर पड़े थे। धोनी के इस मिस जज की वजह गेंद सीधी बाउंड्री की तरफ चला गई। इसके बाद धोनी ने इविन लुईस को स्टंप करने का मौका छोड़ा। बाद में लुईस का नॉटआउट रहना टीम इंडिया के लिए इतना घातक साबित हुआ कि उन्होंने 62 गेंदों में 125 रन बना डाले।
जानकारी के लिए बता दें कि मिस्टर फिनिशर के नाम से मशूहर धोनी इस मैच में बल्ले से भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थें। और तीन गेंदों महज दो रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए। सूत्रों के अनुसार मैदान पर उनका खराब प्रदर्शन आगामी मैचों में खासा चिंता का कारण बन सकता है। वहीं भारतीय क्रिकेट टीम फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने धोनी पर अतिरिक्त भार पर कमेंट करते हुए हाल ही में कहा था, ‘हमारे लिए धोनी के शरीर की क्षमताओं के बारे में समझना जरूरी है, उन्हें किस चीज की जरूरत है। हमें उनके वर्कलोड को समझना होगा। क्योंकि जब वो पूरी तरह से फिट होते हैं तो आराम से सीमित ओवरों के मैच खेल सकते हैं।’ जानकारी के लिए बता दें कि वेस्टइंडीज दौरे पर पहुंची टीम इंडिया ने एकमात्र टी-20 में विरोधी टीम के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 190 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। लेकिन इविन लुईस के तूफानी शतक की बदौलत वेस्टइंडीज ने इतने बड़े लक्ष्य को महज 18.3 में ही हासिल कर लिया।
