विवाद के चलते कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद रमेश पोवार ने एक बार फिर भारतीय महिला क्रिकेट टीम के हेड कोच के लिए आवेदन किया है। पोवार का मानना है कि वह अपना समर्थन करने वाली सीनियर खिलाड़ियों को ‘नीचा दिखाए’ जाते हुए नहीं देख सकते। पोवार के मुताबिक टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना ने कोच के तौर पर उनका समर्थन इसलिए किया क्योंकि वह जानती हैं कि इस टीम को मौजूदा मुकाम तक ले जाने के लिए तीन महीनों तक किस कदर मेहनत की गई थी। हरमनप्रीत और मंधाना ने बीसीसीआई द्वारा विज्ञापन जारी किए जाने के बाद बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी और सीओए को ई-मेल के जरिए पोवार को कोच पद पर बनाए रखने की अपील की थी।

बता दें कि महिला विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में मिताली राज को टीम से बाहर करने के फैसले ने काफी तूल पकड़ा था। इसके बाद तत्कालीन कोच रमेश पोवार का नाम सामने आया, जिसके बाद उनका कॉन्ट्रैक्ट नहीं बढ़ाया गया था। पोवार का कार्यकाल 30 नवम्बर को समाप्त कर दिया गया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने उनके करार को बढ़ाने में रुचि न दिखाते हुए नए कोच के लिए विज्ञापन जारी कर दिए। इसी के तहत अन्य उम्मीदवारों के साथ पोवार ने भी आवेदन दिया है।

हरमनप्रीत कौर। (pti photo/file)

महिला टीम के कोच पद के लिए एड-हॉक कमिटि के सामने इंटरव्यू 20 दिसम्बर को होने हैं। महिला टीम के कोच की नियुक्ति के लिए बीसीसीआई द्वारा एड-हॉक समिति के गठन की घोषणा मंगलवार को की गई थी और इस पर नया विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासकों का समिति (सीओए) की सदस्य डियाना इडुल्जी समिति के निर्माण के खिलाफ हैं और पोवार को ही कोच पद पर देखना चाहती हैं लेकिन सीओए के प्रमुख विनोद राय ने उनकी इस अपील को खारिज कर दिया है।

पोवार ने का कहना है कि, “मैं हरमनप्रीत और मंधाना का सम्मान करता हूं। इन दोनों खिलाड़ियों ने मेरा समर्थन किया है। वे जानती हैं कि हमने इस टीम को नई ऊंचाई देने के लिए कितनी मेहनत की है। अब जो भी होगा, वह मेरे नियंत्रण में नहीं है। उनका समर्थन मुझे इस बात की संतुष्टि देता है कि मैंने जो कड़ी मेहतन की, वे उसका सम्मान करती हैं। हमने इस कड़ी मेहनत के दम पर आठ साल बाद टी-20 विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया। कोच पद के विवाद पर मैंने काफी सोच-विचार और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ चर्चा कर यह फैसला लिया है कि मुझे वह करना चाहिए, जो मेरे नियंत्रण में है। खिलाड़ियों के समर्थन का सम्मान करते हुए मुझे फिर से आवेदन देना चाहिए।”