भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने एक नियम बनाया है जिसके तहत चोट से उबर रहे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिये पहले घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा और इसी आधार पर उनका चयन किया जाएगा। बीते समय में ऐसे कई उदाहरण रहे हैं जब खिलाड़ी गंभीर चोट के बाद तेजी से वापसी के चक्कर में चोटिल हो गये। रोहित शर्मा, के.एल राहुल, शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार चोटिल खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं, कुंबले को लगता है कि खिलाड़ियों के साथ बातचीत इसमें अहम है क्योंकि उनकी वापसी की उत्सुकता को समझा जा सकता है।
कुंबले ने कहा, ‘किसी भी टीम की गतिविधि में बातचीत अहम है। अच्छा कर रहे हैं या नहीं, लेकिन चोटिल खिलाड़ियों के साथ बातचीत इतनी ही अहम है। इस खेल को खेलने के बाद मैं जानता हूं कि जब कोई और खिलाड़ी खेल रहा होता है तो उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है। वह उम्मीद करता है कि उसकी टीम और वह खिलाड़ी अच्छा करे, लेकिन उन्हें एक साथ रखना काफी अहम होता है।’ उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केएल राहुल जो इतना बढ़िया खेला, अब नहीं खेल रहा। इसी तरह भुवी, शिखर। रोहित के लिये यह बड़ा झटका है। रोहित के लिये बहुत दुखी हूं क्योंकि वह टेस्ट प्रारूप में बढ़िया कर रहा था। निश्चित रूप से हम रोहित की छोटे प्रारूप में अहमियत जानते हैं।’
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इससे पहले कुंबले ने पहले टेस्ट मैच के लिए टीम में हार्दिक पंड्या और करूण नायर के चयन का समर्थन किया। अनिल कुंबले इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के शुरूआती मैच से पहले चयन की दुविधा में फंसे हुए हैं कि वह हार्दिक पंड्या को ‘पांचवें गेंदबाज’ के तौर पर चुने या फिर करूण नायर को ‘छठे बल्लेबाज’ के तौर पर अंतिम एकादश में रखें। हालांकि भारत के मुख्य कोच ने अपनी प्राथमिकता का खुलासा नहीं किया और दोनों खिलाड़ियों की प्रतिभा का गुणगान किया। कुंबले ने स्पष्ट किया कि टीम हार्दिक को बतौर आलराउंडर खुद को प्रदर्शित करने देना चाहेगी जिसमें पांचवें गेंदबाज की काबिलियत है और साथ ही उन्होंने यह बात भी बतायी कि टीम प्रबंधन प्रतिभाशाली करूण का भी पूर्ण समर्थन करेगा, अगर उसे मौका मिलता है।
हार्दिक के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘हार्दिक काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। जब वह आईपीएल में भी आया था, उसने अपनी क्षमता दिखायी थी। हां, छोटा प्रारूप अलग है लेकिन हम सभी हार्दिक की क्षमता देख चुके हैं। भले ही टी20 में आपने उसकी झलक देखी हो, या फिर धर्मशाला में गेंदबाजी और दिल्ली में बल्लेबाजी करते देखा हो। इसलिये हमने उसे टेस्ट टीम में शामिल करने का समर्थन किया।’ आप महसूस कर सकते हो कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था जब वह हार्दिक की पांचवें गेंदबाज के रूप में क्षमता के बारे में बात कर रहे थे। कुंबले ने कहा, ‘हम सभी पांचवें गेंदबाजी की अहमियत समझते हैं। अगर कोई 140 की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है और वह निचले क्रम में बल्लेबाजी का भी विकल्प देता है तो हम सचमुच देख रहे हैं कि हार्दिक कैसे उभरता है। जब भी उसे मौका मिलेगा, हम उसे पूरी तरह से अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता देंगे। टीम में एक आल राउंडर का होना अच्छा होगा।’
करूण नायर के बारे में उन्होंने कहा, ‘करूण ने घरेलू क्रिकेट में काफी बढ़िया किया है। उसने तेजी से नियमित रूप से रन जुटाये हैं। ऐसी भी बातें चल रही थीं कि उसने भारत ए के लिये आस्ट्रेलिया में रन नहीं जुटाये थे लेकिन हम निरंतरता देख रहे हैं। इसलिये वह न्यूजीलैंड टेस्ट टीम का हिस्सा था। इसके बाद वह रणजी ट्राफी में खेला, उसने रन जुटाये, शतक जड़े। रोहित शर्मा चोटिल हैं तो इससे करूण के लिये मौका खुल गया है।’
