कलकत्ता के इंडियन इंस्टिट्यूट अॉफ मैनेजमेंट (आईआईएस-सी) की एक नई स्टडी के मुताबिक दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की बैटिंग एवरेज 109.42 है, न कि 99.94। आईसीसी और ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने भी यह कैलकुलेशंस की हैं कि सर्वकालीन महान बल्लेबाज कौन है। लेकिन इस स्टडी में माना गया है कि बल्लेबाजी के आंकड़ों, करियर की अवधि, स्थिरता के आधार पर गैरी सोबर्स, सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, राहुल द्रविड़ और रिकी पॉन्टिंग के बीच तुलना करना एक बड़ी चुनौती है। इसके अलावा सभी युगों में घर और विदेशों में विपक्षी गेंदबाजों की कमजोर और मजबूत टीमों के खिलाफ क्वॉलिटी को परखना भी एक बड़ा चैलेंज है।

टेस्ट क्रिकेट के सर्वकालीन बल्लेबाजों की तुलना करने के लिए आईआईएम के सहादेब सरकार अनिर्बान बनर्जी ने अपनी ही पद्धति बनाई थी। वेबुल डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल के तहत बल्लेबाजों के समूहों का चुनाव किया गया। स्टडी में दावा किया गया है कि इसके आंकड़े ज्यादा सटीक हैं। इस स्टडी के मुताबिक ब्रैडमैन का बैटिंग एवरेज और रन स्कोर क्वॉलिटी कमाल की थी। वहीं सचिन तेंदुलकर करियर की अवधि और विपक्षियों के मामले में अपवाद थे। स्टडी में कहा गया कि ब्रैडमैन की बैटिंग एवरेज 99.94 नहीं बल्कि 109.42 थी। महालनोबिस के आधार पर बल्लेबाजों को रैंकिंग दी गई है, जिसमें डॉन ब्रैडमैन को पहले, सचिन तेंदुलकर को दूसरे, इंग्लैंड के लीन हटन को तीसरे, इंग्लैंड के ही केएफ बैरिंगटन चौथे और साउथ अफ्रीका के जैक कैलिस पांचवे स्थान पर हैं। किसी खास गेंदबाज के खिलाफ बल्लेबाज के प्रदर्शन को परखने के बजाय इस स्टडी में विपक्षी टीम की ताकत को आधार बनाया गया है। इसका मतलब है कि जिस खिलाड़ी ने मजबूत टीम के खिलाफ रन बनाए हैं और जिनका विनिंग प्रतिशत ज्यादा है, उन्हें ज्यादा तरजीह दी गई है।

स्टडी के मुताबिक सचिन तेंदुलकर ने अपने समकालीन ब्रायन लारा, पॉन्टिंग, द्रविड़ और कैलिस की तुलना में घर और विदेश में बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन हैरानी की बात है कि विव रिचर्ड्स को सभी श्रेणियों में औसत से कम माना गया है। उन्हें साल 2000 में 100 सदस्यों के एक पैनल ने 20वीं सदी के 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक माना था।