मोंटेनेग्रो के कोलासिन में आयोजित हुई स्कीइंग चैंपियनशिप में भारत की स्की एथलीट आंचस ठाकुर ने इतिहास रच दिया। उन्होंने FIS अल्पाइन स्की प्रतियोगिता में कांस्य पदक अपने नाम किया है। इसके अलावा वे भारत की पहली ऐसी स्की एथलीट बन गई हैं जिन्होंने इस प्रतिस्पर्धा में इंटरनेशनल लेवल पर दो पदक अपने नाम किए हैं।

आपको बता दें कि इससे पहले मनाली की आंचल ठाकुर ने साल 2018 में भी तुर्की में स्कीइंग की इंटरनेशनल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। अब वे देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं हैं, जिन्होंने स्कीइंग में भारत के लिए किसी इंटरनेशनल प्रतियोगिता में दो पदक जीते हैं।

परिवार का है इस खेल से पुराना नाता

मनाली की आंचल ठाकुर के पिता रोशन ठाकुर ने बताया कि, उनकी बेटी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का नाम चमकाया है। आंचल पिछले दो माह से ऑस्ट्रिया में स्कीइंग का प्रशिक्षण ले रही हैं। उनके भाई हिमांशू ठाकुर भी स्कीइंग खिलाड़ी हैं।

उनका यह प्रशिक्षण अगले माह जनवरी तक चलेगा और अभी आंचल को चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई भी करना है। साथ ही खास बात ये है कि आंचल के पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1998 में सोलंगनाला में पैराग्लाइडिंग करवाई थी।

इस ऐतिहासिक जीत के बाद आंचल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, ‘तीन साल बाद मैंने फिर से कर दिखाया है। यह मेरे देश भारत के लिए है! मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मेरी मुश्किल दौर में मजबूत रहने में मदद की। यह मेरा दूसरा अंतराष्ट्रीय पदक है और में सभी लोगों का आभार जताती हूं, जिन्होंने मुझ पर विश्वाश जताया।’

आंचल ठाकुर का जन्म 28 अगस्त 1996 को मनाली में हुआ था। उनकी इस उपलब्धि पर खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि,’मनाली की रहने वाली आंचल ठाकुर ने यूरोपीय देश मोंटेनेग्रो में हुई अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीत कर देश व प्रदेश को गौरवान्वित किया है> उनकी इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं।’