टोक्यो ओलंपिक खेलों की आज से शुरुआत हो चुकी है। कोरोना के चलते एक साल की देरी से शुरू हुए इन खेलों में इस बार भारतीय दल से काफी उम्मीदें लगाई जा रही हैं पदक की। इस बार भारत ने 18 खेलों के लिए कुल 127 खिलाड़ियों का दल टोक्यो भेजा है। ये दल भारत का अबतक का सबसे बड़ा दल है ओलंपिक खेलों के लिए। अगर ओलंपिक के 121 साल के इतिहास पर नजर डालें तो भारत ने अबतक एकल, टीम सब कुछ मिलाकर कुल 28 पदक जीते हैं।

हॉकी में भारत ने अबतक टीम ईवेंट के 11 पदक जीते हैं। जिसमें 8 स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य शामिल हैं। इसके अलावा 1900 के पेरिस ओलंपिक में ब्रिटिश आधीन भारत का प्रतिनिधित्व किया था नॉर्मन प्रिचर्ड (Norman Pritchard) ने। प्रिचर्ड ने इस ओलंपिक में 200 मीटर स्प्रिंट रेस और 200 मीटर हर्डल रेस में रजत जीतकर दो एकल पदक अपने नाम किए। इसके बाद स्वतंत्र भारत में भारत को पहला एकल पदक 1952 ओलंपिक में मिला था।

स्वतंत्र भारत में कब-कब मिले एकल स्पर्धा के पदक ?

केडी जाधव, कांस्य पदक – मेंस बैंटमवेट- रेसलिंग, हेलसिंकी 1952

1952 के हेलसिंकी ओलंपिक खेलों में स्वतंत्र भारत में पहला एकल स्पर्धा का पदक आया था। ये पदक जीता था पहलवान खशाबा दादासाहेब जाधव (KD Jadhav) ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल बैंटमवेट रेसलिंग श्रेणी में । उन्होंने इस स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

लिएंडर पेस, कांस्य पदक – पुरुष एकल टेनिस, अटलांटा 1996

1952 के बाद भारत को 1996 के एटलांटा ओलंपिक में एकल स्पर्धा का पदक मिला। ये पदक दिलाया था टेनिस में लिएंडर पेस (Leander Paes) ने। पेस ने इन खेलों में भारत को ब्रॉन्ज मेडल जितवाया।

कर्णम मल्लेश्वरी, कांस्य पदक – वूमेंस 54 किग्रा वेटलिफ्टिंग, सिडनी 2000

कर्णम मल्लेश्वरी (Karnam Malleswari) ने 2000 के सिडनी ओलंपिक में इतिहास रचा और वे ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला एथलीट बनीं। उन्होंने वेटलिफ्टिंग के 54 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता।

राज्यवर्धन सिंह राठौर, रजत पदक – मेंस डबल ट्रैप शूटिंग, एथेंस 2004

2004 एथेंस ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाया राजस्थान के शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (Rajyavardhan Singh Rathore) ने। इस ओलंपिक में राठौड़ पहले भारतीय शूटर बने जिन्होंने ओलंपिक में कोई पदक जीता हो। उन्होंने मेंस डबल ट्रैप शूटिंग में रजत पदक अपने नाम किया।

अभिनव बिंद्रा, स्वर्ण पदक – मेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग, बीजिंग 2008

ओलंपिक में भारत का सबसे यादगार पल था बीजिंग ओलंपिक 2008 में। भारत के लिए ये ऐतिहासिक पल लाने वाले का नाम था अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) जिन्होंने मेंस 10 मीटर एयर राइफल में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। ये ओलंपिक के इतिहास में भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक था।

विजेंदर सिंह, कांस्य पदक – मेंस मिडिलवेट बॉक्सिंग; सुशील कुमार, कांस्य पदक- रेसलिंग, बीजिंग 2008

2008 बीजिंग ओलंपिक में ही मुक्केबाज विजेंदर सिंह (Vijender Singh) ने कांस्य पदक जीता, रेसलर सुशील कुमार ने भी कांस्य पदक अपने नाम किया।

गगन नारंग, कांस्य पदक – मेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग; सुशील कुमार, रजत पदक – मेंस 66 किग्रा रेसलिंग; विजय कुमार, रजत पदक – मेंस 25 मीटर रैपिड पिस्टल शूटिंग; मैरी कॉम, कांस्य पदक – वूमेंस फ्लाईवेट बॉक्सिंग; योगेश्वर दत्त, कांस्य पदक – मेंस 60 किग्रा कुश्ती; साइना नेहवाल, कांस्य पदक – वूमेंस सिंगल्स बैडमिंटन, लंदन 2012

2012 लंदन ओलंपिक भारत के लिए यादगार रहा था। इस ओलंपिक में भारत ने 6 पदक जीते थे। भारत की तरफ से शूटर गगन नारंग ने कांस्य, विजय कुमार ने रजत पदक जीता। इसके अलावा मुक्केबाज मैरीकॉम ने कांस्य, रेसलर सुशील कुमार ने रजत और योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक अपने नाम किया। वहीं भारतीय शटलर साइना नेहवाल ने भी कांस्य पदक जीता था।

पीवी सिंधु, रजत पदक – वूमेंस सिंगल्स बैडमिंटन; साक्षी मलिक, कांस्य पदक – वूमेंल 58 किग्रा रेसलिंग, रियो 2016

2012 के यादगार लंदन ओलंपिक के बाद 2016 के रियो ओलंपिक में भारत के हिस्से में दो पदक आए। इस ओलंपिक में महिला शटलर पीवी सिंधु ने रजत पदक जीता तो महिला रेसलर साक्षी मलिक ने कांस्य पदक अपने नाम किया था।