सुशील राघव
हर किसी को अपने जीवन में रोमांच पसंद होता है और इस रोमांच के अनुभव के लिए एडवेंचर स्पोर्ट्स से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है। खासकर युवाओं को एडवेंचर से जुड़े सभी खेल काफी अच्छे लगते हैं। एडवेंचर स्पोर्ट्स की वजह से एडवेंचर पर्यटन में करिअर की संभावनाएं बहुत बढ़ गई हैं। एडवेंचर पर्यटन की लोकप्रियता देश में तेजी से बढ़ रही है और एक अनुमान के मुताबिक 2025 तक इस क्षेत्र में 46 लाख से अधिक लोगों को नौकरियां उपलब्ध होंगी। एडवेंचर पर्यटन के अंतर्गत पैराग्लाइडिंग, रिवर राफटिंग, बंजी कूद, साइकिल ट्रैकिंग, हवाई जहाज से कूदना, बर्फ के पहाड़ों से नीचे आना आदि शामिल है।
योग्यता
एडवेंचर पर्यटन में करिअर बनाने के लिए कम से कम 12वीं पास होना अनिवार्य है। इस क्षेत्र में काम करने वाले अधिकतर लोग पर्यटन, खेल या प्रबंधन की पढ़ाई किए होते हैं। एडवेंचर स्पोर्ट्स का पाठ्यक्रम करने के बाद एक व्यक्ति प्रशिक्षक या टूर आॅपरेटर के रूप में काम कर सकता है। इस क्षेत्र में काम करने के लिए शैक्षिक योग्यता से अधिक काम करने का जुनून होना आवश्यक है। इससे संबंधित कोई डिप्लोमा या अन्य पाठ्यक्रम करने से व्यक्ति के कौशल में विकास होगा। एडवेंचर टूर ऑपरेटर को पर्यटन मंत्रालय की मंजूरी लेना आवश्यक है।
पाठ्यक्रम
भारत में एडवेंचर पर्यटन से संबंधित कई पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इनमें स्नातक से लेकर स्नातकोत्तर डिप्लोमा तक शामिल हैं। उम्मीदवार अपनी रुचि के मुताबिक पाठ्यक्रम चुन सकते हैं।
स्नातक पर्यटन
एमबीए पर्यटन
एमबीए यात्रा एवं पर्यटन
मास्टर इन एडवेंचर पर्यटन प्रबंधन
पीजी डिप्लोमा (पर्यटन प्रबंधन)
पीजी डिप्लोमा एडवेंचर पर्यटन प्रबंधन
बीवोक (पर्यटन प्रबंधन)
कार्यक्षेत्र
एडवेंचर टूर ऑपरेटर
साहसिक यात्रा एवं सूचना सलाहकार
गोताखोर प्रशिक्षक
पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षक
साहसिक खेल प्रशिक्षक
साहसिक खेल फोटोग्राफर ’ सफारी गाइड
जरूरी कौशल
एडवेंचर करने की चाहत
साहसी और निडर
मानसिक और शारीरिक रूप से फिट
मौसम और पर्यावरण की समझ
लोगों को गाइड करने की क्षमता
धैर्य और समझ से काम लेने की शक्ति
समूह में कार्य करने की क्षमता
प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी
संस्थान
इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन, नई दिल्ली<br />
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
हिमालयन एडवेंचर इंस्टीट्यूट कैम्पटी फाल, मसूरी
नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग, उत्तरकाशी
हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट, दार्जिलिंग
पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया, गोवा<br />
इंडियन हिमालय सेंटर फॉर एडवेंचर एंड ईको टूरिज्म, सिक्किम
अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड पैराग्लाइडिंग, मनाली
वेतन
शुरुआती तौर पर प्रशिक्षक को 15 से 20 हजार रुपए हर महीने वेतन मिल सकता है। अनुभव बढ़ने के साथ-साथ वेतन में भी वृद्धि होती चली जाती है। अनुभव हासिल करने के बाद व्यक्ति खुद किसी पर्वतीय क्षेत्र या पर्यटक स्थल पर अपना प्रशिक्षण केंद्र भी खोल सकता है। जहां साहसिक खेलों के प्रेमियों को तीन से पांच दिन का शुरुआती प्रशिक्षण देकर उन्हें खेलने के काबिल बना सकते हैं। अपना प्रशिक्षण केंद्र खोलने पर अपने मनमुताबिक काम कर सकते हैं और सीखने वालों की संख्या बढ़ने पर लाखों रुपए महीने के हिसाब से भी कमाई हो सकती है।
बड़ी जिम्मेदारी
एडवेंचर टूर ऑपरेटर के ऊपर लोगों की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी होती है। एडवेंचर स्पोर्ट्स के दौरान जोखिम तो होता ही है। ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सभी तरह के इंतजाम करना टूर ऑपरेटर का कार्य होता है। टूर ऑपरेटर जिस एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए पर्यटकों को लेकर जा रहा है, वह उसमें पूरी तरह से प्रशिक्षित होना चाहिए। उसे पता होना चाहिए कि आपात स्थिति में क्या करना है, क्या नहीं।