इलेक्ट्रॉनिक और आईटी फील्ड में रोजगार तलाश रहे युवाओं को अब बेंगलुरु-पुणे जाने की आवश्यकता नहीं पड़ने वाली है। दरअसल उत्तर प्रदेश में आगामी पांच सालों में 4 लाख 17 हजार 137 युवाओं को रोजगार का अवसर मिलने वाला है। इसके लिए इन्वेस्टर्स समिट अपनी दूसरी ग्राउंड रिपोर्टिंग समिट में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक विभाग 16 हजार 957 करोड़ की योजनाओं को अंतिम रूप देने वाली है। साथ ही जब कंपनियां इसके लिए काम करना शुरू करेगी तो 1 लाख 70 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा पिछली ग्राउंड रिपोर्टिंग करने वाली कंपनियां भी 2 लाख 47 हजार युवाओं को रोजगार का अवसर देगी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अधिकतर कंपनियां 5 साल बाद उत्पादन शुरू करेगी। ऐसे में उत्तर प्रदेश में निजी सेक्टर में नौकरियों की भरमार रहेगी।
बता दें कि दूसरी ग्राउंड रिपोर्टिंग सेरेमनी के दौरान आईटी और इलेक्ट्रॉनिक की 26 कंपनियां निवेश के लिए तैयार है। जिनमें हायर एप्लायंस, वीवो ग्लोबल, हॉलीटेक इंडिया, ओप्पो मोबाइल, केएचवाई और सनवोडा इलेक्ट्रॉनिक 14 हजार करोड़ से भी अधिक का निवेश करने का विचार की है। इसके अलावा और भी 20 कंपनियां 2 हजार 880 करोड़ का निवेश करने वाली है। जिसमें केवल वीवो ग्लोबल अकेले 7 हजार 429 करोड़ का निवेश करने वाला है। इन निवेशकों को 521.71 एकड़ जमीन उपलब्ध कराया जा रहा है। इन कंपनियों का निवेश नोएडा, ग्रेटर नोएडा और मैन्युफैक्चरिंग जोन में होगा। इस संबंध में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक विभाग के सचिव का कहना है कि “हमारी योजनाओं के लिए जेवर इलाके तक जमीन दी जा रही है। साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बाहरी इलाकों में भी योजनाएं लग रही हैं।”
पहली ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी में हुआ 41 हजार करोड़ से अधिक का निवेश: बीते साल जुलाई के ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी के दौरान आईटी और इलेक्ट्रॉनिक में 41 हजार 414 करोड़ का निवेश हुआ था। जिसमें 11 कंपनियों ने हिस्सा लिया और 2 लाख 47 हजार 150 युवाओं को रोजगार मिलेगा। पहली पहली ग्राउंड ब्रेकिंग में रिलायंस जियो इन्फोकॉम, बीएसएनएल, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, इन्फोसिस और टेग्ना जैसी कंपनियों की योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
ये हैं रोजगार देने वाली टॉप 5 कम्पनियां: टेग्ना इलेक्टॉनिक प्राइवेट लिमिटेड 1 लाख 30 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी। ओप्पो मोबाइल 59 हजार रोजगार पैदा करेगी। वीवो ग्लोबल 46 हजार रोजगार देने वाली है। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर 50 हजार और टीसीएस 30 हजार युवाओं को रोजगार देगी।

