लोकसभा चुनाव 2014 और लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी द्वारा जीती गई सीटों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी में कांग्रेस की बड़ी भूमिका रही है। इन चुनावों में कांग्रेस की बीजेपी को टक्कर देने की ताकत जबरदस्त रूप से कम हुई। इसी का नतीजा रहा कि बीजेपी से सीधे मुकाबले वाली सीटों पर कांग्रेस पिछले दो लोकसभा चुनाव से लगातार बुरी तरह हार रही है।
साल 2009 में 173 सीटें ऐसी थीं, जिन पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था। कांग्रेस ने इनमें से 54% सीटों पर कब्जा जमाया था जबकि 46% सीटें बीजेपी के हिस्से में आई थी।
देखिए, बीते दो चुनावों में बीजेपी ने कांग्रेस को कैसे दी मात
साल | आमने-सामने मुकाबले वाली सीटों की संख्या | बीजेपी को मिली जीत | कांग्रेस को मिली जीत |
2009 | 173 | 93 | 80 |
2014 | 189 | 166 | 23 |
2019 | 190 | 175 | 15 |
आंकड़ों के लिहाज से देखें तो 2014 में आमने-सामने मुकाबले वाली सीटों में से बीजेपी ने 87.8% सीटें जीती थी और कांग्रेस ने सिर्फ 12.2%। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐसी सीटों में से 92.1% सीटें अपनी झोली में डाल ली थी और कांग्रेस के लिए यह आंकड़ा गिरकर 7.9% हो गया था।
Congress Vote Share: कांग्रेस का वोट शेयर भी गिरा
आंकड़ों से पता चलता है कि बीजेपी से सीधे मुकाबले वाली सीटों पर कांग्रेस वोट शेयर के मुकाबले में भी बुरी तरह पस्त होती गई।
साल | बीजेपी का वोट शेयर (प्रतिशत में) | कांग्रेस का वोट शेयर (प्रतिशत में) |
2009 | 41 | 42.6 |
2014 | 50.9 | 34.7 |
2019 | 56.5 | 35.3 |
BJP Congress Direct Contest: इन राज्यों में होता है सीधा मुकाबला
ऐसे राज्य जहां पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होती रही हैं – गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, गोवा, अरुणाचल प्रदेश की सभी और कर्नाटक व असम की सीटें आती हैं। इन राज्यों में मध्य प्रदेश में 29, छत्तीसगढ़ में 11, गुजरात में 26, राजस्थान में 25, गोवा में 2, असम में 13, कर्नाटक में 28, हरियाणा में 10, उत्तराखंड में 5, हिमाचल में 4 और अरुणाचल प्रदेश में 2 सीटें हैं।

अन्य दलों से मुकाबले में भी आगे रही बीजेपी
अब अगर ऐसी सीटों को देखें जहां बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से न होकर, दूसरे राजनीतिक दलों से था तो वहां भी कांग्रेस अच्छा नहीं कर रही।
साल | अन्य दलों से मुकाबले वाली कुल सीटें | बीजेपी को मिली जीत | कांग्रेस को मिली जीत |
2009 | 53 | 36 | 17 |
2014 | 147 | 116 | 31 |
2019 | 185 | 128 | 57 |
बीजेपी ने बढ़ाया वोट शेयर
साल | बीजेपी को मिला वोट शेयर (प्रतिशत में) | अन्य दलों को मिला वोट शेयर (प्रतिशत में) |
2004 | 36 | 32.9 |
2009 | 41.7 | 31.0 |
2014 | 47.3 | 40.3 |
अन्य दलों से मुकाबले में कांग्रेस का प्रदर्शन
ऐसी सीटों पर जहां पर कांग्रेस का मुकाबला सीधे बीजेपी से नहीं था, वहां पर कांग्रेस का प्रदर्शन 2009 के मुकाबले 2014 में गिरा लेकिन 2019 में उसने इसमें जबरदस्त सुधार किया।
साल | अन्य दलों से मुकाबले में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट (प्रतिशत में) |
2009 | 63.8 |
2014 | 26.6 |
2019 | 52.1 |
बीजेपी और कांग्रेस के अलावा कई राज्यों में क्षेत्रीय दल बेहद ताकतवर हैं और सरकार भी चला रहे हैं। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस, ओडिशा में बीजू जनता दल जैसे दलों की अपने दम पर सरकार है।

इस बार क्या होगा?
पिछले लोकसभा चुनावों की तरह इस चुनाव में भी कई ऐसे राज्य हैं जहां पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा है। लेकिन आंकड़ों को देखने के बाद स्पष्ट रूप से पता चलता है कि दोनों पार्टियों के बीच ऐसी सीटों पर बीजेपी लगातार हावी होती जा रही है।
ऐसे में इंडिया गठबंधन की जीत का दारोमदार सीधे मुकाबले वाली सीटों पर, कांग्रेस बीजेपी को कितनी कड़ी टक्कर दे पाती है और इनमें से कितनी सीटें अपनी झोली में डालने में कामयाब रहती है, इस पर निर्भर करेगा।
यहां जिक्र करना जरूरी होगा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के द्वारा जीती गई सीटों की संख्या में भी जबरदस्त बदलाव हुआ था। साल 2009 में 206 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस 2014 में 44 सीटों पर थम गई थी जबकि 2009 में 116 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली बीजेपी ने 282 सीटें जीत ली थी। यह आंकड़ा अकेले दम पर सरकार बनाने के लिए जरूरी 272 सीटों के आंकड़े से ज्यादा था।