भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के बड़े बेटे अभिनव चंद्रचूड़ अपने पिता और दादा की तरह ही कानून के पेशे में है। अभिनव चंद्रचूड़ बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। वह अक्सर अपनी किताबों और लेखों के लिए सुर्खियों में रहते हैं। अभिनव चंद्रचूड़ ने भी अपने पिता की तरह ही हार्वर्ड लॉ स्कूल से LL.M. किया है।
कहां-कहां पढ़े हैं अभिनव चंद्रचूड़?
अभिनव चंद्रचूड़ ने LL.B. की पढ़ाई मुंबई के गवर्मेंट लॉ कॉलेज से की है। उन्हें साल 2006 में कांस्टीट्यूशनल लॉ (मुंबई यूनिवर्सिटी) में जस्टिस डी.पी. मॉर्डन प्राइज मिला था। 2007-2008 में अभिनव को बेस्ट स्टूडेंट के लिए यशवंत दलाल और रंगनाथ राव पुरस्कार मिला था। वह मुंबई विश्वविद्यालय के रैंक होल्डर रहे हैं। साल 2003 से 2008 के बीच अभिनव चंद्रचूड़ ने पढ़ाई में हमेशा पहला स्थान हासिल किया है।
साल 2009 में मुंबई से निकलकर अभिनव चंद्रचूड़ हार्वर्ड लॉ स्कूल पहुंचे, जहां वह Dana Scholar थे। Dana Scholar को एकेडमिक एक्सीलेंस, लीडरशिप पोटेंशियल, कॉलेज और समुदाय के लिए की सेवा के आधार पर फैकल्टी, कोच, स्टाफ और अन्य छात्रों द्वारा नामित किया जाता है।
साल 2011 में अभिनव चंद्रचूड़ JSM (The Master of the Science of Law) के लिए स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल गए, जहां वह फ्रैंकलिन फैमिली स्कॉलर थे। स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल से ही चंद्रचूड़ ने J.S.D. (Doctor of the Science of Law) की भी डिग्री (2012-14) हासिल की।
26 साल में लिखी थी पहली किताब
मुंबई मिरर को दिए एक इंटरव्यू में अभिनव चंद्रचूड़ बताते हैं कि वह प्रोफेसर बनाना चाहते थे। उनके पास लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से बतौर Fellow जुड़ने का ऑफर भी आया था। लेकिन उन्होंने भारत वापस आने का फैसला किया।
वह बताते हैं कि उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल से लीगल हिस्ट्री में पीएचडी करने के दौरान हासिल किए गए अपने ज्ञान को प्रैक्टिस और लेखन दोनों में लगाया। अभिनव ने अपनी पहली किताब 26 साल की उम्र में लिखी थी। अब तक वह आठ किताबें लिख चुके हैं।
कहां-कहां किया काम?
साल 2014 से अभिनव चंद्रचूड़ बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं। वह साल 2009 से 2011 के बीच ‘गिब्सन, डन एंड क्रचर’ नामक वैश्विक कानूनी फर्म में सहयोगी वकील के रूप में भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा 2005 से 2008 के बीच उन्होंने भारत की एक अग्रणी कानूनी फर्म AZB एंड पार्टनर्स में एक पैरालीगल के रूप में काम किया था।