देश के दिग्गज उद्योगपति और भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) और उद्योगपति वीरेन मर्चेंट की बेटी राधिका मर्चेंट (Radhika Merchant) की गुरुवार को नाथद्वारा (Nathdwara) स्थित श्रीनाथजी मंदिर में सगाई हुई थी। इस मौके पर श्रीनाथजी मंदिर (Srinathji) में दोनों परिवारों के सदस्य और दोस्त मौजूद रहे। अनंत और राधिका दोनों पूरे दिन मंदिर में रहे। वहीं पारंपरिक भोज का भी आयोजन किया गया था।
अंबानी परिवार हर शुभ कार्य की शुरुआत राजस्थान (Rajasthan) के नाथद्वारा स्थित श्रीनाथजी मंदिर से ही करता है। मुकेश अंबानी ने 4जी और 5जी सेवा की शुरुआत भी इसी मंदिर को समर्पित कर की थी। इस साल अक्टूबर में रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड ने श्रीनाथजी मंदिर से राजस्थान में 5जी सेवा शुरू करने की घोषणा की थी।
अनिल अंबानी भी रिलायंस पावर के लॉन्च से पहले श्रीनाथजी मंदिर में आशीर्वाद के लिए गए थे। मुकेश अंबानी के दफ्तर में भी श्रीनाथजी की एक मूर्ति है। सवाल उठता है कि आखिर अंबानी परिवार का नाथद्वारा स्थित श्रीनाथजी मंदिर से क्या संबंध है?
बनिया समुदाय में श्रीनाथजी की विशेष महत्ता
लेखक हेमिश मैकडोनाल्ड ने अपनी किताब ‘अंबानी एंड संस’ में बताया है कि अंबानी परिवार में श्रीनाथजी की विशेष मान्यता है क्योंकि वह बनिया समुदाय से आते हैं। अंबानी परिवार मूल रूप से गुजरात के मोढसा जिले का रहने वाला है। यह जिला अहमदाबाद के उत्तर में स्थित है।
अंबानी की जाति को मोढ बनिया के नाम से जाना जाता है। इस समुदाय की श्रीनाथजी में विशेष आस्था है। इनका मानना है कि यहां दर्शन करने से मनोकामना पूर्ण होती है। नाथद्वारा स्थित श्रीनाथजी श्रीकृष्ण के अवतार माने जाते हैं। मंदिर की वेबसाइट के अनुसार, श्रीनाथजी की मूर्ति को 1665 में वृंदावन के पास गोवर्धन से राजस्थान लाया गया था।
नाथद्वारा में अंबानी परिवार ने बनाया है आश्रम
श्रीनाथजी मंदिर करीब 350 साल पुराना बताया जाता है। अंबानी परिवार भी मंदिर के साथ बहुत पहले से इस मंदिर से जुड़ा हुआ है। मंदिर के भीतर कृष्ण के बाल रूप को दर्शाया गया है। साल 1994 में अंबानी परिवार ने श्रीनाथजी में श्रद्धालुओं के लिए एक आश्रम बनवाया था।