लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही पश्चिम बंगाल में बीजेपी का प्रदर्शन पिछले चुनाव के मुकाबले खराब रहा हो लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विधानसभा सीट पर पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है। ममता बनर्जी जिस सीट से विधायक हैं, उसका नाम भबानीपुर है।
सितंबर 2021 में भबानीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में ममता बनर्जी ने 58,832 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी और कुल 72% वोट हासिल किए थे। तब ममता इस विधानसभा सीट में पड़ने वाले सभी 8 वार्ड में आगे रही थीं। लेकिन इस बार टीएमसी की जीत का अंतर यहां सिर्फ 8,297 वोटों का रह गया है।
भबानीपुर विधानसभा सीट कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। यहां से माला रॉय को 1,87,231 वोटों से जीत मिली है।
विधानसभा चुनाव हारी थीं ममता
ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था। उन्हें भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने 1,956 वोटों के अंतर से हराया था। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें छह माह के भीतर विधानसभा चुनाव जीतना था इसलिए वह भबानीपुर से चुनाव लड़ी थीं।

चुनाव आयोग से मिले बूथवार मतदान के आंकड़ों से पता चलता है कि बीजेपी इस विधानसभा सीट के 269 बूथ में से 149 बूथ में आगे रही है। इस विधानसभा सीट के अंदर आने वाले कोलकाता नगर निगम के आठ वार्ड में से 5 वार्ड में बीजेपी आगे रही है। ये वार्ड 63, 70, 71, 72 और 74 हैं। कोलकाता नगर निगम में कुल 144 वार्ड हैं।
जिन तीन वार्ड में टीएमसी आगे रही है, वे 73, 77 और 82 हैं। वार्ड संख्या 73 से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भाभी कजारी बनर्जी पार्षद हैं और वार्ड 82 में कोलकाता नगर निगम के मेयर और पश्चिम बंगाल सरकार के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम रहते हैं।
2011 से भबानीपुर से विधायक हैं ममता बनर्जी

अहम बात यह है कि ममता बनर्जी 2011 से भबानीपुर सीट से विधायक हैं और वह छह बार कोलकाता दक्षिण सीट से सांसद रही हैं। निश्चित रूप से ममता बनर्जी की सीट पर टीएमसी के वोटों का अंतर बहुत कम होना उसके लिए चिंता का विषय है। हालांकि पूरे पश्चिम बंगाल के चुनाव नतीजों को देखें तो टीएमसी ने पिछले प्रदर्शन में सुधार करते हुए इस बार 29 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि पिछले चुनाव में उसे 22 सीटें मिली थी।
बीजेपी ने लगभग दोगुने किए वोट
इस लोकसभा चुनाव में भबानीपुर विधानसभा क्षेत्र में टीएमसी की उम्मीदवार माला रॉय को 62,461 वोट मिले। यह सितंबर 2021 में हुए उप चुनाव में ममता बनर्जी को मिल वोट से 20,802 कम हैं। यहां बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार देबाश्री चौधरी को 54,164 वोट मिले, जो 2021 के उप चुनाव में बीजेपी को मिले वोट से करीब दोगुना है।
भबानीपुर में लगभग आधे मतदाता हैं गैर बंगाली
भबानीपुर विधानसभा सीट पर करीब 50 फीसदी मतदाता गैर बंगाली हैं। इस सीट पर पंजाबी, गुजराती, बिहारी, मराठी, उड़िया, मारवाड़ी और उत्तर प्रदेश के मतदाता अच्छी-खासी संख्या में है। इसके अलावा दक्षिण के लोग भी यहां रहते हैं। इस सीट पर 80% आबादी गैर मुस्लिम है और हिंदू, सिख और जैन धर्म के लोग भी बड़ी संख्या में हैं।

मोदी सरकार में बंगाल की हिस्सेदारी घटी
एनडीए की तीसरी कैबिनेट में पश्चिम बंगाल की हिस्सेदारी आधी हो गई है। मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में पश्चिम बंगाल के चार नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली थी जबकि इस बार दो नेताओं को ही मंत्री बनाया गया है।
इस बार पश्चिम बंगाल से शांतनु ठाकुर और सुकांता मजूमदार को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। शांतनु ठाकुर पिछली सरकार में भी राज्य मंत्री थे जबकि प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल रहे सुकांत मजूमदार पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं।
पिछली बार निशीथ प्रमाणिक, जॉन बारला, सुभाष सरकार और शांतनु ठाकुर मंत्री बने थे। जॉन बारला ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा जबकि प्रमाणिक और सुभाष सरकार चुनाव हार गए।
कौन हैं शांतनु ठाकुर?
शांतनु ठाकुर बोंगांव सीट से चुनाव जीते हैं। शांतनु पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय के प्रभावशाली नेता हैं और वह ऑल इंडिया मतुआ महासंघ के प्रमुख भी हैं। मतुआ वे लोग हैं जो 1947 में हुए देश के विभाजन और बांग्लादेश युद्ध के दौरान वहां से भाग कर पश्चिम बंगाल आ गए थे। इस समुदाय का असर पश्चिम बंगाल के पांच लोकसभा क्षेत्रों नॉर्थ 24 परगना, साउथ 24 परगना, नदिया, कूच बेहार और पूर्व बर्धमान में है।
सुकांता मजूमदार के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद यह तय है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी अब किसी नए नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी। सुकांता मजूमदार बलूरघाट सीट से चुनाव जीते हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद मजूमदार को पश्चिम बंगाल भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

बीजेपी-टीएमसी के बीच होगा मुकाबला
पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस तरह विधानसभा चुनाव में अब 2 साल का वक्त और रह गया है। बंगाल के पिछले और इस बार के लोकसभा चुनाव और पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों से पता चलता है कि यहां सीधा मुकाबला भाजपा और टीएमसी के बीच हो सकता है।
2021 के विधानसभा चुनाव में 294 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 215 सीटें मिली थी जबकि भाजपा 77 सीटों पर जीती थी। कांग्रेस और वाम दलों का खाता भी नहीं खुल सका था।
पिछले तीन लोक सभा चुनावों में पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी को कितने प्रतिशत वोट मिले हैं और कितनी सीटें मिली हैं, इसे नीचे दी गई टेबल से समझ सकते हैं।
लोकसभा चुनाव 2014 | लोकसभा चुनाव 2019 | लोकसभा चुनाव 2024 | |
बीजेपी को मिली सीटें | 2 | 18 | 12 |
टीएमसी को मिली सीटें | 34 | 22 | 29 |
लोकसभा चुनाव 2014 | लोकसभा चुनाव 2019 | लोकसभा चुनाव 2024 | |
बीजेपी को मिले वोट (प्रतिशत में) | 16.84 | 40.25 | 38.73 |
टीएमसी को मिले वोट (प्रतिशत में) | 39.35 | 43.28 | 45.76 |