भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने बताया है कि वह देश टॉप-50 जजों से संबंधित डाटा पर काम रही है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, हमारे पास वरिष्ठता के क्रम में शीर्ष 50 न्यायाधीशों से संबंधित डेटा मौजूद है। उनके द्वारा लिखा फैसला हमारे पास है। यह सब इसलिए किया जा रहा ताकि कोलेजियम के काम में ऑब्जेक्टिविटी बढ़े।

CJI का कॉलेजियम में पारदर्शिता बढ़ाने पर जोर

कॉलेजियम का हिस्सा होने के नाते मेरा जोर कॉलेजियम में पारदर्शिता को बढ़ावा देने पर रहा है। जैसा कि आप सभी जानते हैं, हम जो भी संकल्प पारित करते हैं, उसके लिए हम कारण बताते हैं, चाहे वह उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति, मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति, न्यायाधीशों के स्थानांतरण या न्यायाधीशों के प्रतिनिधित्व से संबंधित हो।

सुप्रीम कोर्ट में सेंटर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग के अलावा एक स्थायी सचिवालय भी काम कर रहा है, जो न्यायिक नियुक्तियों से संबंधित है। सीजेआई ने बताया कि सेंटर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग में युवा न्यायिक अधिकारियों सहित कई प्रतिभाशाली युवा हैं जिन्हें मैंने भर्ती किया है।

इसकी अध्यक्षता पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के एक अधिकारी कर रहे हैं। एक युवा दलित छात्र भी हैं, जो मेरा पूर्व लॉ क्लर्क था, वह अब हार्वर्ड लॉ स्कूल में एलएलएम करने के बाद जिंदल ग्लोबल लॉ यूनिवर्सिटी से वापस आ गया है। हमारे पास प्रतिभाशाली लोगों का एक ग्रुप है।

जजों की सेवानिवृत्ति के मद्देनजर की जा रही है तैयारी

सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल जजों की फुल स्ट्रेंथ हैं। इस साल जनवरी में जस्टिस एस अब्दुल नजीर रिटायर हुए थें। दिसंबर तक आठ और जज सेवानिवृत्त होंगे। जून तक पांच जज रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में सीजेआई देश के टॉप-50 जजों का डेटा तैयार करवा रहे हैं, ताकि नियुक्तियों में पारदर्शिता आ सके।

सीजेआई कहते हैं, गर्मियों तक नियुक्तियां होनी हैं। इसलिए मैंने सोचा कि मैं सीआरपी को बता दूं कि क्यों न हम देश के शीर्ष 50 न्यायाधीशों का डेटा एकत्र करें। ऐसा कभी नहीं किया गया। इसलिए अब हमारे पास वरिष्ठता के क्रम में शीर्ष 50 न्यायाधीशों से संबंधित डेटा है, हमारे पास उनके लिखे फैसले हैं, हमारे पास रिपोर्ट करने योग्य निर्णयों की संख्या है जो उन्होंने दिए हैं। विचार यह है कि कॉलेजियम जो काम करता है उसमें निष्पक्षता की भावना को बढ़ावा देना है। इसलिए सेंटर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग अब अपनी गतिविधियों को सुप्रीम कोर्ट के स्थायी सचिवालय के साथ मिला देगी।” यानी दोनों साथ मिलकर काम करेंगे।

कौन-कौन जज सेवानिवृत्त होने वाले हैं?

साल 2023 में कुल नौ जज सेवानिवृत्त होने वाले हैं। जनवरी में जस्टिस एस अब्दुल नजीर रिटायर हो चुके हैं, तो अब जस्टिस दिनेश माहेश्वरी, जस्टिस मुकेश कुमार रसिकभाई शाह, जस्टिस केएम जोसेफ, जस्टिस अजय रस्तोगी, जस्टिस वी रामासुब्रमण्यन, जस्टिस कृष्ण मुरारी, जस्टिस एस रवींद्र भट, जस्टिस संजय किशन कौल बचे हैं।

कौन कब होगा रिटायर?

न्यायाधीश का नामरिटायरमेंट की तारीख
जस्टिस दिनेश माहेश्वरी14-05-2023
जस्टिस मुकेश कुमार रसिकभाई शाह15-05-2023
जस्टिस केएम जोसेफ16-06-2023
जस्टिस अजय रस्तोगी17-06-2023
जस्टिस वी रामासुब्रमण्यन29-06-2023
जस्टिस कृष्ण मुरारी08-07-2023
जस्टिस एस रवींद्र भट 20-10-2023
जस्टिस संजय किशन कौल 25-12-2023