लाइटहाउस जर्नलिज़म को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा एक वीडियो मिला। वीडियो में एक व्यक्ति को सड़क से हिरासत में लेते हुए दिखाया गया था।

दावा किया गया कि यह क्लिप ‘आदिल काज़मी’ नाम के एक व्यक्ति की है, जो भोपाल में बम विस्फोट की साज़िश रच रहा था।

जाँच के दौरान हमें पता चला कि यह वायरल दावा झूठा है। यह वीडियो एक तेलुगू फ़िल्म का एक दृश्य है, न कि किसी आरोपी के पकड़े जाने का हालिया मामला।

क्या है दावा?

X यूजर रुही वर्मा ने झूठे दावे के साथ यह वीडियो अपने प्रोफ़ाइल पर साझा किया:

अन्य यूजर्स भी इसी दावे के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं:

जाँच पड़ताल:

हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेमों पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जाँच शुरू की।

इससे हम 28 नवंबर 2025 को YouTube पर अपलोड किए गए एक वीडियो तक पहुँचे। वीडियो के साथ ‘movie’ और ‘pinchkuelru’ हैशटैग का उपयोग किया गया था:

यूजर का नाम आदिल काज़मी था और हमें उसका इंस्टाग्राम अकाउंट भी मिला।

उसने एक पोस्ट के ज़रिए अपने बारे में फैली अफ़वाहों पर स्पष्टीकरण दिया था।

उसने लिखा (अनुवाद): “यह वह फ़िल्म है जहाँ से लोग मेरा शॉट साझा कर रहे हैं और मेरे बारे में फ़ेक न्यूज़ फैला रहे हैं।”

यूजर ने हाइलाइट्स में फ़िल्म का वास्तविक दृश्य भी साझा किया था, जो हमें YouTube पर भी मिला।

वीडियो का भाग 2 भी उसके द्वारा 3 दिसंबर को अपलोड किया गया था।

हमें वह तेलुगू फ़िल्म मिली जो 2 साल पहले YouTube पर अपलोड की गई थी।

और हमें फ़िल्म का ठीक वही दृश्य भी मिला।

इसके बाद हमने जाँच की कि क्या इस घटना के बारे में कोई मीडिया रिपोर्ट थी लेकिन हमें कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।

निष्कर्ष: आदिल काज़मी की गिरफ़्तारी का दावा करने वाला वायरल वीडियो, जिस पर कथित तौर पर भोपाल में धमाके की साज़िश रचने का आरोप था, असल में तेलुगू फ़िल्म की शूटिंग का है। वायरल दावा झूठा है।