अंकिता देशकर
सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से वीआईपी और स्काई बैग्स के नाम से एक विज्ञापन शेयर किया जा रहा है। इस वायरल वीडियो में एक मुस्लिम शख्स, एक हिंदू महिला को इस्लाम कबूल करने के लिए उकसाता नजर आ रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के तुरंत बाद, कंपनी ने वीडियो को झूठा बताते हुए एक स्पष्टीकरण भी जारी किया है।
क्या हो रहा है वायरल?
Jansatta.com ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो को बड़े पैमाने पर ट्विटर, फेसबुक और यहां तक कि व्हाट्सएप पर भी शेयर किया जा रहा है।
एक इंटरनेट यूजर ने तो ईमेल के जरिए कंपनी से अपनी शिकायत भी दर्ज कराई और इसे अपने ट्विटर प्रोफाइल पर शेयर किया।
जांच पड़ताल:
हमने अपनी जांच, उस यूजर के पोस्ट से शुरू की जिसने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने का दावा किया था। इस ट्विटर यूजर ने वीआईपी बैग्स के बयान का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया था।
वीआईपी इंडस्ट्रीज के ब्रांड में वीआईपी के अलावा कार्लटन और स्काईबैग भी शामिल हैं। हमें @VIPBagsIndia के ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट मिला।
हमें कंपनी द्वारा साझा किया गया आधिकारिक बयान भी मिला।
बयान में यह भी कहा गया है कि वीआईपी इंडस्ट्रीज ने इसके नाम और ट्रेडमार्क के अनधिकृत उपयोग के लिए इसके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की है। हालांकि वीआईपी बैग्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हमें यह वीडियो नहीं मिला। इसके बाद हमने गूगल पर संबंधित रिपोर्ट्स को खोजा। हमें न्यूज़भारती की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें उन्होंने VIP Industries Ltd के ब्रांच कमर्शियल हेड क्रिस्टो चाको द्वारा की गई पुलिस शिकायत भी शेयर की थी।
इसके बाद हमने वीआईपी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ब्रांच कमर्शियल हेड क्रिस्टो चाको से फोन पर संपर्क किया। उन्होंने बताया कि इस मामले को अब उनकी लीगल टीम हैंडल कर रही है। द इंडियन एक्सप्रेस ने VIP Industries के प्रवक्ता से भी संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि रविवार को केरल पुलिस और सोमवार को मुंबई पुलिस में इस विज्ञापन के संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई है।
इंडियन एक्सप्रेस ने वीडियो पर वॉटरमार्क, ‘Puffington Ghost’ भी देखा। सर्च करने पर हमने पाया कि इस यूजर का फेसबुक पेज एक्सेसिबल नहीं है। इसके बाद हमने वीडियो को InVid टूल में अपलोड किया और सोर्स चेक करने के लिए इंटरनेट पर खोज की। हमने पाया कि वीडियो सुमी राशिक के इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर पोस्ट किया गया था, हमें उनकी प्रोफाइल पर पोस्ट की गई कुछ तस्वीरें भी मिलीं जो इस वीडियो की शूटिंग के दौरान की लग रही थीं।
सुमी राशिक ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन लिखा है, Soofium Sujathayum. सुमी एक मलयालम एक्ट्रेस हैं। इस वीडियो में मेल एक्टर विष्णु के विजयन हैं। उन्होंने भी इस शूट की तस्वीरें शेयर की हैं।
तस्वीरों और वीडियो में वॉटरमार्क ‘Kcapturess’ था। हमें उस फ़ोटोग्राफ़र का पेज मिला, जिसने उनकी तस्वीरें लीं, लेकिन उनका अकाउंट प्राइवेट था और हम यह नहीं देख सके कि उन्होंने तस्वीरें और वीडियो साझा किए थे या नहीं। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर भी कुछ ज्यादा शेयर नहीं किया था।
ऐसा प्रतीत होता है कि इस वीडियो को सुमी राशिक और विष्णु के. विजयन ने ईद के मौके पर म्यूजिक वीडियो के तौर पर शूट किया था, और किसी ने वीआईपी साउंड ट्रैक को इसमें जोड़ा है। फिर इसे वीआईपी के विज्ञापन के तौर पर जारी कर दिया।
निष्कर्ष: वीआईपी बैग्स ने धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाला विज्ञापन जारी नहीं किया, वायरल दावा झूठा है। वीआईपी बैग्स ने वायरल विज्ञापन पर बयान जारी किया है और इससे किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।