अंकिता देशकर

सोशल मीडिया पर एक वीडियो धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह शिरडी साईं मंदिर का है। वीडियो में पैसे गिनते देखे जा सकते हैं, दावा किया दा रहा है कि यह मंदिर को मिला डोनेशन है। हमनें अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का है।

क्या हो रहा है वायरल?

ट्विटर यूजर Mani (Jai Shree Ram) ने वायरल वीडिओ ट्विटर पर साझा कर लिखा: शिरडी साईं की झोली में डाली गई हिन्दुओं की कमाई कहां जा रही है, खुद ही देख लो! इसको इतना वायरल करो कि देश के एक एक हिंदू तक पहुंचे, जोकि आंखे होते हुए भी अंधे बने हैं? Shirdi temple is not for sanatanis
#FreeHinduTemples

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

बाकी यूजर्स भी यह वीडिओ शेयर करते दिखे। देखें कुछ ट्वीट…

जांच पड़ताल:

हमने इनविड टूल में वीडियो अपलोड कर अपनी पड़ताल शुरू की। हमने टूल के माध्यम से प्राप्त सभी की फ़्रेम देखे और पाया कि वीडियो में जो पैसा दिख रहा है, वो भारतीय नहीं है। हमें पता चला कि वीडियो में दिख रखा पैसा बांग्लादेश की मुद्रा ”टका” है। और बोरियों पर लिखा हुआ पाठ भी बांग्ला भाषा में था।

इन सुरागों से साफ हो गया कि वीडियो भारत का नहीं, बल्कि बांग्लादेश का है। फिर हमने, ‘Money and donation counting in a mosque’ इन कीवर्ड्स का उपयोग कर वीडियो को खोजा। हमें एक आर्टिकल और एक वीडियो risingbd.com पर अपलोड किया हुआ मिला।

लेख में कहा गया है: किशोरगंज शहर के हरुआ में ऐतिहासिक पगला मस्जिद के आठ दान तिजोरियों को खोलते हुए कुल 19 बोरी टके पाए गए हैं। हमें उसी से संबंधित एक वीडियो Kishoreganj | Somoy TV नाम के चैनल पर मिला।

हमें ठीक वही दृश्य जागो न्यूज़ के YouTube वीडियो में भी मिले। वीडियो एक महीने पहले अपलोड किया गया था।

हमें इससे जुड़ी कुछ न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं।

इसमें कहा गया है: किशोरगंज जिले में नरसुंदर नदी के किनारे स्थित 250 साल पुरानी प्रसिद्ध पगला मस्जिद के आठ दान पेटियों को 4.18 करोड़ टका से अधिक का रिकॉर्ड दान प्राप्त हुआ है।

निष्कर्ष: शिरडी साईं मंदिर से दान की गई राशि की गिनती करने वाले लोगों का वायरल वीडियो पगला मस्जिद, किशोरगंज जिला, बांग्लादेश का है।

(सोर्स- लाइटहाउस जर्नलिज्म)