विश्व हिंदू परिषद (VHP) देशव्यापी ‘शौर्य जागरण यात्रा’ निकालने की तैयारी में है। यह यात्रा 30 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच होगी। वीएचपी का कहना है कि वह इस यात्रा के जरिए हिंदुओं को जगाना चाहता है। हिंदुत्वावादी संगठन की योजना कथित लव जिहाद, धर्मांतरण और सनातन धर्म के बारे में भी लोगों को जागरूक करना है। वीएचपी ‘धर्म-विरोधी गतिविधियों’ पर नज़र रखने के लिए ‘धर्म योद्धाओं’ की सेना भी तैयार करने जा रही है।
जनवरी 2024 में अयोध्या स्थित राम मंदिर के उद्घाटन से पहले वीएचपी की इस यात्रा पर सबकी नजर है। वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल का कहना है, “हम इन यात्राओं के जरिए लोगों को धर्मांतरण और लव जिहाद के खतरे के खिलाफ जागृत करेंगे। हम धर्म योद्धाओं का समूह भी बना रहे हैं जो धर्म-विरोधी गतिविधियों पर नज़र रखेंगे, धर्मांतरण को रोकेंगे और घर वापसी कार्यक्रम आयोजित करेंगे। एक व्यापक योजना तैयार की गई है जिसे देश भर में लागू किया जाएगा।”
‘लव जिहाद’ हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा हिंदू महिलाओं से शादी करने वाले मुस्लिम पुरुषों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। जबकि ‘घर वापसी’ शब्द का प्रयोग उन लोगों के लिए किया जाता है जो पहले अन्य धर्मों में परिवर्तित हो गए थे लेकिन अब हिंदू धर्म में लौट आए हैं।
किसे मिलेगा चुनावी लाभ?
अप्रैल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के आलोक में देखें तो यह यात्रा महत्वपूर्ण हो जाती है। यह यात्रा भाजपा के पक्ष में धार्मिक उत्साह पैदा करने का काम कर सकती है। वीएचपी के पदाधिकारी का कहना है, “हम न केवल लोगों को जागरूक करेंगे बल्कि इस तरह की कार्रवाई में शामिल तत्वों से निपटने के लिए युवाओं के समूह भी तैयार करेंगे। यात्रा के दौरान सार्वजनिक बैठकों में सनातन धर्म के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।”
बंसल ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य हिंदू समाज को हिंदू धर्म का विरोध करने वालों के ‘नापाक इरादों’ के बारे में चेतावनी देना, उन्हें ऐसी ताकतों से लड़ने के लिए तैयार करना और अन्य धर्मों के लोगों को हिंदू धर्म में वापस लाना है।
चुनाव को ध्यान में रख हो रही है यात्रा!
द इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों ने कहा है कि जहां चुनाव होने हैं, वहां यात्रा निर्धारित समय से पहले आयोजित की जा रही है। बंसल ने कहा कि विहिप ने अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्रतिष्ठा से पहले देश भर के प्रत्येक घर से पांच मिट्टी के दीपक इकट्ठा करने की योजना बनाई है।
बंसल के अनुसार, विहिप के कार्यक्रम में संत पदयात्रा करेंगे, जो देश भर में घर-घर जाएंगे और मंदिरों में धार्मिक व्याख्यान देंगे। उन्होंने कहा, “संत जागरूक करेंगे कि लोगों को अपनी आस्था के लिए कैसे खड़ा होना चाहिए और धर्म-विरोधी लोगों के मंसूबों के प्रति सचेत रहना चाहिए।”
राम मंदिर उद्घाटन के लिए भी बन रही है योजना
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए भी वीएचपी एक योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर विशाल एलईडी स्क्रीन के जरिए कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसके अलावा उद्घाटन के समय धार्मिक अनुष्ठान आयोजित करने और देश के प्रतिष्ठित नागरिकों को अयोध्या में आमंत्रित करने की भी योजना है। विहिप नेता ने कहा, “एक योजना राम मंदिर के लिए दान देने वाले 62 करोड़ लोगों से दोबारा जुड़ने की भी है।”
संगठन उन लोगों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम तैयार कर रहा है जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में भाग लिया या इसमें योगदान दिया। बंसल ने कहा, जिन लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए ‘बलिदान’ दिया, उन्हें विशेष रूप से याद किया जाएगा।
