ट्विटर के संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी अपने एक हालिया साक्षात्कार के कारण चर्चा में हैं। डोर्सी ने दावा किया है कि भारत सरकार ने उन्हें ट्विटर बंद करने की धमकी दी थी। सोमवार को यूट्यूब चैनल ‘ब्रेकिंग पॉइंट’ को दिए इंटरव्यू में डोर्सी ने ‘ताकतवर’ लोगों की मांग के सवाल पर भारत का उदाहरण देते हुए बताया, “किसान आंदोलन के दौरान हमारे पास बहुत सी मांगें आ रहीं थीं। कुछ खास पत्रकार सरकार के आलोचक थे, उनके बारे में।

एक तरह से हमसे कहा गया कि वो भारत में ट्विटर को बंद कर देंगे, कर्मचारियों के घरों पर छापे मार देंगे, जो उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि अगर आप हमारी बात नहीं मानेंगे तो हम आपके आफिस बंद कर देंगे। ये भारत में हो रहा था, जो लोकतांत्रिक देश है।” हालांकि भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक एवं टेक्नॉलजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जैक डोर्सी के आरोपों को खारिज किया है।

जैक डोर्सी की अबतक की जिंदगी दिलचस्प रही है। वह आम तौर पर विवादों से दूर रहते हैं। हालांकि उनका यह प्रयास कई बार असफल भी रहा है। डोर्सी के दिनचर्या में उपवास और बर्फ से स्नान शामिल है। अन्य अरबपतियों की तरह वह एक शानदार घर के मालिक हैं, मॉडलों को डेट करते हैं और स्पोर्ट्स कार चलाने का शौक रखते हैं।

दिन में सिर्फ एक बार खाना खाते हैं डोर्सी

एक हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा चलाए जाने वाले पॉडकास्ट में डोर्सी ने बताया था कि वह दिन में एक बार भोजन करते हैं और पूरे वीकेंड उपवास करते हैं। बकौल डोर्सी शुरुआत में उनके लिए उपवास करना आसान नहीं था, “यह एक अजीब स्थिति थी। लेकिन जब मैंने दो और बार उपवास किया तो यह मेरे लिए आसान हो गया। इसके बाद जब मैं अधिक समय तक उपवास रहता, तो ऐसा लगता जैसे समय धीमा हो गया हो।” डोर्सी की इस बात की कई लोगों ने तीखी आलोचना की। आलोचकों का कहना था कि डोर्सी ‘ईटिंग डिसऑर्डर’ को बढ़ावा दे रहे हैं।

15 साल की उम्र में बनाया था सॉफ्टवेयर

जैक डोर्सी ने सेंट लुइस के बिशप डुबॉर्ग हाई स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने स्कूल के दिनों में ही प्रोग्रामिंग शुरू कर दी थी। 15 साल की उम्र में डोर्सी ने एक डिस्पैच सॉफ्टवेयर बनाया, जिसका अब भी कुछ टैक्सी कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। डोर्सी को अपने दोस्तों की फुटबॉल टीम में कोई दिलचस्पी नहीं थी, ऐसे में वह अक्सर पंक-रॉक म्यूजिक कॉन्सर्ट में चले जाते थे।

अपने कई साथी टेक अरबपतियों की तरह डोर्सी भी कॉलेज ग्रेजुएट नहीं हैं। वह Missouri University of Science and Technology में कुछ दिन पढ़ाई करने के बाद, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी चले गए थे। साल 2000 में उन्होंने एक साधारण प्रोटोटाइप बनाया, जिसका इस्तेमाल वह अपने दोस्तों से जुड़े रहने के लिए करते थे। हालांकि किसी ने डोर्सी के प्रोटोटाइप में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, नतीजतन डोर्सी ने भी अपने आइडिया को ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसके बाद डोर्सी ने ओडियो (Odeo) नामक एक पॉडकास्टिंग कंपनी में नौकरी शुरू कर दी, जहां उनकी मुलाकात भविष्य के ट्विटर सह-संस्थापकों से हुई। साल 2006 में डोर्सी ने ओडियो की नौकरी छोड़ दी और इवान विलियम्स और बिज़ स्टोन के साथ मिलकर ट्विटर बनाया। 21 मार्च 2006 को डोर्सी ने पहला ट्वीट पोस्ट किया। डोर्सी, विलियम्स और स्टोन ने लगभग 7,000 डॉलर में ट्विटर डोमेन नाम खरीदा था।

मान्यता प्राप्त मसाज वाले हैं डोर्सी

जैक डोर्सी के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि वह एक लाइसेंस प्राप्त मसाजर हैं। टेक की दुनिया में धमाका करने से पहले साल 2002 में जैस डोर्सी को मसाज करने का लाइसेंस मिला था। ट्विटर के शुरुआती दिनों में डोर्सी फैशन डिजाइनर बनना चाहते थे। डोर्सी ने सीईओ का पद साल 2008 में छोड़ दिया और ट्विटर के बोर्ड अध्यक्ष बन गए। 2011 में डोर्सी को पहले ट्विटर टाउन हॉल में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का इंटरव्यू करने का मौका मिला। डोर्सी ने ओबामा से 140 अक्षरों में जवाब देने को कहा, जो तब ट्विटर की शब्द सीमा थी।

कुछ घंटों में अरबपति बने थे डोर्सी

नवंबर 2013 में ट्विटर सार्वजनिक हुआ और डोर्सी कुछ ही घंटों में अरबपति बन गए। 2014 में फोर्ब्स ने डोर्सी की कुल संपत्ति 2.2 अरब डॉलर आंकी थी। वर्तमान में डोर्सी की कुल संपत्ति 4.3 बिलियन डॉलर है। 2015 में डोर्सी दोबारा सीईओ बने और 2021 तक पद संभाला।