President House: राष्ट्रपति (President of India) द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों (Rashtrapati Bhavan Staff) के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। इसकी कई वजहें हैं। एक तो यह कि वह कर्मचारियों से व्यक्तिगत रूप से मिलती जुलती हैं। दूसरा यह कि वह अपने अधिकांश पूर्ववर्तियों (पिछले राष्ट्रपतियों) की तुलना में कहीं अधिक सुलभ हैं। यानी अगर कर्मचारियों को कोई बात रखनी होती है, तो वे आसानी से उन तक पहुंचकर अपनी बात रख पाते हैं।
ब्रह्मा कुमारी की अनुयायी हैं राष्ट्रपति मुर्मू
दिवाली के मौके पर राष्ट्रपति भवन के प्रत्येक कर्मचारी को मिठाई का एक बड़ा डिब्बा दिया गया था। मुर्मू ने इसके लिए अपने व्यक्तिगत कोष से 2 लाख रुपये का दान दिया था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ब्रह्मा कुमारी अनुयायी (follower Of Brahma Kumari) हैं। वह ध्यान (Meditation) करने के लिए सुबह 3 बजे उठती हैं, उसके बाद 45 मिनट टहलती हैं।
प्याज और लहसुन के बिना केवल शाकाहारी भोजन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निर्देशानुसार राष्ट्रपति भवन की रसोई में प्याज और लहसुन के बिना केवल शाकाहारी भोजन पकाया जाता है। रसोई रात 9 बजे हो जाता है, जबकि पहले राष्ट्रपति भवन चौबीसों घंटे परोसा जाता था। वर्तमान राष्ट्रपति की पहले से राष्ट्रपति भवन के खानपान बिल कई लाख रुपये कम हो गया है।
विदेशी मेहमान के आने पर हुई चूक
इस जनवरी में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सिसी पहले विदेशी गणमान्य व्यक्ति थे, जिनका मुर्मू ने भवन के प्रांगण में स्वागत किया था। कोई गलती न हो इसके लिए राष्ट्रपति मुर्मू ने एक दिन पहले रिहर्सल भी किया था।
हालांकि, असल समारोह के आयोजन के वक्त एक चूक हो गयी थी। मुख्य अतिथि का परिचय देते समय मुर्मू प्रांगण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे खड़े थीं। इसके बाद प्रोटोकॉल अधिकारी ने उन्हें प्रधानमंत्री के आगे खड़े होने के लिए कहा।
