Haryana Cabinet Ministers List 2024 In Hindi: हरियाणा में बीजेपी की नई सरकार का गठन हो चुका है। एक बार फिर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री की कमान मिली है। उनके साथ ही राज्य में 13 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली है। बीजेपी ने सैनी सरकार के गठन में हरियाणा की तमाम जातियों को भागीदारी दी है। पार्टी ने उसे हरियाणा में लगातार तीसरी बार सत्ता दिलाने वाले सभी अहम जातीय समुदायों के नेताओं को मंत्री बनने का मौका दिया है।

सैनी सरकार में दलित, ब्राह्मण और जाट समुदाय से दो-दो, ओबीसी से चार, राजपूत, पंजाबी और बनिया समुदाय से एक विधायक को मंत्री बनाया गया है।

हरियाणा की सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को बीजेपी ने एक तरह से एनडीए का शक्ति प्रदर्शन करने का जरिया भी बनाया। एनडीए में शामिल दलों में शामिल सभी बड़े नेता शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। बताना होगा कि हरियाणा के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल की है और 1966 में हरियाणा का गठन होने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है।

अब नजर डालते हैं कि आखिर पार्टी ने जातीय समीकरणों को किस तरह महत्व दिया है। इससे पहले जानते हैं कि हरियाणा में किस जाति की कितनी आबादी है और बीजेपी को किन जातीय समुदायों ने कितने प्रतिशत वोट दिए हैं।

हरियाणा में किस जाति की कितनी आबादी

समुदाय का नाम आबादी (प्रतिशत में)
जाट 25  
दलित21
पंजाबी8
ब्राह्मण7.5 
अहीर5.14
वैश्य5
राजपूत 3.4 
सैनी 2.9 
मुस्लिम3.8 

किस समुदाय ने किस दल को कितने प्रतिशत वोट दिए

जातिकांग्रेसबीजेपीइनेलो-बसपाअन्य
ब्राह्मण3151216
पंजाबी खत्री1868410
जाट5328613
अन्य सवर्ण जातियां2259415
गुर्जर 4437514
यादव2562211
जाटव503569
मुस्लिम 597331
सिख47211715
राजनीतिक दलों को मिले वोट प्रतिशत में हैं।

ओबीसी समुदाय से ही हैं सीएम सैनी

बीजेपी ने हरियाणा सरकार में ओबीसी समुदाय को सबसे ज्यादा भागीदारी दी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद ओबीसी समुदाय से आते हैं। ओबीसी समुदाय में आने वाले गुर्जर समुदाय के विधायक राजेश नागर मंत्री बने हैं। राजेश नागर को केंद्रीय मंत्री और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर का करीबी माना जाता है। राजेश नागर फरीदाबाद जिले की तिगांव विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं। ओबीसी समुदाय से आने वाले रणबीर सिंह गंगवा भी मंत्री बने हैं। रणबीर सिंह गंगवा हिसार जिले की बरवाला सीट से चुनाव जीतकर विधायक चुने गए हैं। अहीर (यादव) समुदाय से भी दो नेता मंत्री बने हैं। 

मंत्री का नाम किस विधानसभा सीट से जीते
1अनिल विज अंबाला कैंट
2आरती रावअटेली
3डॉ. अरविंद शर्मागोहाना
4विपुल गोयलफरीदाबाद
5राजेश नागरतिगांव
6गौरव गौतमपलवल
7राव नरबीर सिंहबादशाहपुर
8रणबीर गंगवाबरवाला
9कृष्ण बेदीनरवाना
10श्याम सिंह राणारादौर
11श्रुति चौधरीतोशाम
12कृष्णलाल पंवारइसराना
13महिपाल ढांडापानीपत ग्रामीण

पंजाबी समुदाय से आते हैं अनिल विज

नायब सिंह सैनी के बाद अनिल विज ने मंत्री पद की शपथ ली। अनिल विज सात बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और इस बार अंबाला जिले की अंबाला कैंट सीट से विधायक चुने गए हैं। अनिल विज खुद भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे लेकिन पार्टी नेतृत्व ने चुनाव के दौरान ही साफ कर दिया था कि सरकार बनने की सूरत में नायब सिंह सैनी ही मुख्यमंत्री बनेंगे। पंजाबी समुदाय से आने वाले विज पार्टी के बड़े चेहरे हैं।

बताना होगा कि अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पंचकूला के साथ ही सिरसा जिले में भी पंजाबी समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है। ऐसे में पार्टी ने अनिल विज को फिर से मंत्री बनाते हुए उसे वोट देने वाले पंजाबी समुदाय की भावनाओं का सम्मान रखा है।

अनिल विज के बाद पानीपत जिले की इसराना सीट से विधायक कृष्ण लाल पंवार ने शपथ ली। कृष्ण लाल पंवार दलित समुदाय से आते हैं। दलित समुदाय से आने वाले और नरवाना की सीट से विधायक बने कृष्ण लाल बेदी को भी मंत्री बनाया गया है। कृष्ण लाल बेदी को साढ़े नौ साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है। देश भर में राजनीति में दलित समुदाय के हक और हिस्सेदारी की मांग के बीच बीजेपी ने इस समुदाय को पूरा सम्मान देने की कोशिश की है।

शर्मा और गौतम ब्राह्मण चेहरे

बीजेपी ने पूर्व सांसद और इस चुनाव में सोनीपत जिले की गोहाना सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे डॉ. अरविंद शर्मा को मंत्री बनाया है। डॉक्टर अरविंद शर्मा इस बार लोकसभा चुनाव में रोहतक की सीट से दीपेंद्र हुड्डा के हाथों बुरी तरह हारे थे हालांकि 2019 में उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा को हराया था। ब्राह्मण समुदाय से आने वाले अरविंद शर्मा हरियाणा की राजनीति में जाना-पहचाना नाम हैं और कई बार सांसद रह चुके हैं। वह कांग्रेस और बसपा से होते हुए बीजेपी में आए थे। बीजेपी ने पलवल सीट से चुनाव जीते युवा नेता गौरव गौतम को भी कैबिनेट में मंत्री बनने का मौका दिया है। गौरव गौतम भी ब्राह्मण समुदाय से आते हैं।

अहीरवाल से नरबीर सिंह और आरती राव को मिली जगह

बीजेपी ने उसे दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा वोट देने वाले अहीर यानी यादव समुदाय को भी पूरा सम्मान दिया है। अहीरवाल में पड़ने वाली 11 में से 10 सीटों पर बीजेपी को चुनाव में जीत मिली है। पार्टी ने गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट से चुनाव जीते राव नरबीर सिंह और महेंद्रगढ़ जिले की अटेली सीट से चुनाव जीतीं आरती सिंह राव को मंत्री बनाया है। राव नरबीर सिंह 2014 में भी मंत्री बने थे। आरती सिंह राव केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह की बेटी हैं।

जाट बिरादरी के इन नेताओं को बनाया मंत्री

बीजेपी ने सैनी कैबिनेट में जाट समुदाय से आने वाले जिन दो नेताओं को मंत्री बनाया है, उनके नाम महिपाल ढांडा और श्रुति चौधरी हैं। महिपाल ढांडा पानीपत जिले की ग्रामीण सीट और श्रुति चौधरी भिवानी जिले की तोशाम सीट से चुनाव जीती हैं। श्रुति चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती और राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी हैं। किरण चौधरी और श्रुति चौधरी लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक बाद बीजेपी में शामिल हुई थीं।

राजपूत समुदाय को भागीदारी देते हुए यमुनानगर जिले की रादौर सीट से चुनाव जीते श्याम सिंह राणा को बीजेपी ने मंत्री पद की जिम्मेदारी दी है। फरीदाबाद सीट से चुनाव जीते विपुल गोयल सैनी कैबिनेट में वैश्य समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।