Favorite dishes of some of the top Indian politicians: भारत में फिलहाल सबसे पुरानी पॉलिटिकल फैमिली नेहरू-गांधी परिवार है। इस एक परिवार से अब तक तीन सदस्य भारत के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। इस परिवार की इतनी लंबी राजनीतिक यात्रा रहने बावजूद, ज्यादातर लोग उनके खानपान के पसंद से अवगत नहीं हैं। आइए जानते हैं, गांधी परिवार के खानपान से जुड़ी रोचक बातें:

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ज्यादा स्पाइसी और मीठा नहीं खाते राहुल

52 वर्षीय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपने फिटनेस का खास ध्यान रखते हैं। वह कोई भी ऐसा व्यंजन नहीं खाते, जो अधिक तीखा या अधिक मीठा हो। वह रोटी और चावल दोनों ही बहुत कम खाते हैं। खाने के साथ दही जरूर लेते हैं। भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के खाने का मैनेजमेंट देख रही टीम से मिले इनपुट के आधार पर दैनिक भास्कर ने लिखा है, वायनाड सांसद राहुल गांधी सुबह आठ बजे से पहले फल खाते हैं, 8 बजे के आसपास चाय या कॉफी लेते हैं।

राहुल 10 बजे ब्रेकफास्ट करते हैं। ब्रेकफास्ट में उन्हें पराठा या ऑमलेट पसंद है। लंच में वह दाल, रोटी, सब्जी, पनीर आदि लेते हैं। हालांकि इसमें से कुछ भी तीखा नहीं होता। डिनर में वह अनाज नहीं खाते, सिर्फ फल खाते हैं और दूध पीते हैं।

जलेबी, फिरनी, गुलाब जामुन के शौकीन थे राजीव गांधी

राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) को भरवां पराठा और मीठा बहुत पसंद था। वह विशेष रूप से जलेबी, फिरनी, गुलाब जामुन और चॉकलेट के शौकीन थे। नाश्ते में उन्हें दलिया पसंद था। उन्हें आदत अपने नाना और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से मिली। नेहरू अपने नाश्ते में दलिया को जरूर शामिल करते थे। इंडिया टुडे पर प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, नेहरू का मानना था कि यदि आप दिन की शुरुआत भरपूर नाश्ते के साथ करते हैं, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने दिन में कुछ खाया या नहीं खाया।

कोका-कोला को हाथ भी नहीं लगाते थे संजय गांधी

हिंदुस्तान टाइम्स पर लिखे अपने एक लेख में वीर संघवी बताते हैं कि इंदिरा गांधी के बच्चे खाने के शौकीन थे। हालांकि संजय गांधी (Sanjay Gandhi) को चाय या कॉफी बिलकुल पसंद नहीं था। साथ ही वह कोका कोला को भी हाथ नहीं लगाते थे।