फिल्म अभिनेत्री जूही चावला सोमवार (13 नवंबर) को 56 साल की हो गईं। उनका जन्म 13 नवंबर, 1967 को लुधियाना (पंजाब) में हुआ था। वह पंजाबी भाषी पिता, डॉ. एस. चावला और गुजराती भाषी मां मोना की बेटी हैं। साल 2014 में रेडिफ को दिए एक इंटरव्यू में जूही ने अपने ‘बेवकूफाना फैसलों’ को याद करते हुए दावा किया था कि करिश्मा कपूर को स्टारडम उनकी वजह से मिला।
करिश्मा का स्टारडम
रेडिफ की सोनिल डेढिया से बातचीत में जूही चावला ने बताया था कि करिश्मा कपूर से पहले “राजा हिंदुस्तानी” का ऑफर उनके पास आया था। लेकिन उन्होंने ऑफर ठुकरा दिया था। उन्होंने बताया था, “मैंने राजा हिंदुस्तानी और जुदाई जैसी फिल्में छोड़ दी। ये दोनों फिल्में ब्लॉकबस्टर रहीं। करिश्मा को स्टारडम मेरी वजह से मिला।” करिश्मा कपूर के करियर में राजा हिंदुस्तानी की अहम भूमिका रही।
धर्मेश दर्शन की राजा हिंदुस्तानी ने 1996 में सिनेमाघरों में धूम मचाई और बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। फिल्म के मुख्य कलाकार आमिर खान और करिश्मा कपूर की केमिस्ट्री दर्शकों को खूब पसंद आयी। उनका ऑन-स्क्रीन चुंबन चर्चा का विषय बन गया था। अलका याग्निक, कुमार शानू, उदित नारायण सहित अन्य गायकों की आवाज में गाए राजा हिंदुस्तानी गाने जैसे- ‘पूछो जरा पूछो’, ‘आए हो मेरी जिंदगी में’, ‘परदेसी परदेसी’ और ‘तेरे इश्क में नाचेंगे’ आज भी लोकप्रिय बने हुए हैं।
जूही चावला ने कथित तौर पर राजा हिंदुस्तानी में मुख्य भूमिका निभाने से इनकार कर दिया था क्योंकि फिल्म निर्माता धर्मेश दर्शन ने उनकी तुलना माधुरी दीक्षित से की थी। Lehren Retro को दिए साक्षात्कार में धर्मेश ने बताया था कि उस समय असल में हुआ क्या था?
उन्होंने कहा था कि मैंने जूही को यह कहकर फिल्म के लिए मनाने की कोशिश की कि “राजा हिंदुस्तानी” “हम आपके हैं कौन” की तरह एक अलग फिल्म है। इतना सुनते ही वह (जूही) मेरी ओर मुड़ी और और कहा, “लेकिन आप सूरज बड़जात्या (हम आपके हैं कौन के निर्देशक) नहीं हैं।” मेरे मन में भी आया की कुछ कहूं। मैंने कहा, “तुम भी माधुरी दीक्षित नहीं हो।” बस इतनी सी बात पर उन्होंने फिल्म को ना कह दिया।”

अपने वक्त की हीरोइनों से जलन
रेडिफ को दिए इंटरव्यू में जूही चावला ने बताया था कि उन्हें अपने वक्त की किन-किन हीरोइनों से ईर्ष्या हुई। उन्होंने बताया था, “मैं आपको माधुरी का उदाहरण दूंगी। मैंने उन्हें ‘हम आपके हैं कौन’ में देखा था…! और मैंने खुद से कहा, ‘काश मुझे वह फिल्म मिल जाती। मैं उस रोल को पाने के लिए कुछ भी कर सकता था। मुझे उनके डांस करने का तरीका और उनकी स्क्रीन प्रेजेंस बहुत पसंद आई। मुझे लगता है मुझमें इसकी कमी है। मैं पीछे में उनकी प्रशंसा करती थी और उनके जैसा कुछ काम करने की इच्छा रखती थी, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकी।”
वह आगे कहती हैं, “मुझे उनके साथ काम करने का एकमात्र मौका ‘दिल तो पागल है’ में मिला था। उस समय मैं माधुरी के साथ सेकेंड लीड नहीं निभाना चाहती थी। (वह यह कहते हुए हंसती हैं।)”
माधुरी के अलावा कौन?
उसी इंटरव्यू में जूही से 1990 के दशक के उनके प्रतिद्वंद्वियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था, “सिर्फ माधुरी ही नहीं, बल्कि करिश्मा (कपूर), मनीषा (कोइराला), रवीना (टंडन) – हम सभी प्रतिद्वंद्वी थे। कुछ सालों तक प्रतिद्वंद्विता बनी रही। हम केवल कुछ फिल्म सेट या किसी फिल्म फेस्टिवल जैसे मौकों पर ही मिलते थे। हम केवल हंसी-खुशी थोड़ी बात करत, उससे अधिक नहीं।”
निजी जीवन
साल 1998 में जब जूही ‘डुप्लीकेट’ की शूटिंग कर रही थीं तब एक दुर्घटना में उनकी मां का निधन हो गया। जूही चावला की स्कूली पढ़ाई लुधियाना में हुई। इसके हाद चावला परिवार बॉम्बे शिफ्ट हो गया, जहां जूही ने सिडेनहैम कॉलेज में पढ़ाई की। ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्हें’मिस इंडिया 1984′ का ताज मिला था।
जूही चावला की पहली फिल्म 1986 में रिलीज़ हुई थी। फिल्म का नाम ‘सल्तनत’ था। आमिर खान के साथ ‘कयामत से कयामत तक’ की रिलीज के बाद वह मशहूर हुईं। अगस्त 2007 तक उन्हें ‘हम हैं राही प्यार के’, ‘डुप्लिकेट’ और ‘3 दीवारें’ में उनके प्रदर्शन के लिए तीन पुरस्कार मिल चुके थे।
जूही ने वर्ष 1998 में उद्योगपति जय मेहता से शादी की। जूही और जय को एक बेटी और एक बेटी है। शादी के बाद भी जूही ने फिल्मों में अभिनय करना जारी रखा है। उन्होंने मुख्यधारा सिनेमा के अलावा कई ऑफ-बीट फिल्मों में भी काम किया। वह कई टीवी विज्ञापनों में भी दिखाई देती हैं।