लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा एक वीडियो मिला। वीडियो में दिखाए गए दृश्य, शादी के दृश्य जैसे लग रहे थे। दावा किया गया कि यह वीडियो प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का है। वीडियो में एक अघोरी साधु की शादी दिखाने का दावा किया गया है।
जांच के दौरान पता चला कि यह वीडियो प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का नहीं, बल्कि उज्जैन का है।
क्या है दावा?
एक्स यूजर @divyakumaari ने प्रोफ़ाइल पर झूठे दावे के साथ वीडियो शेयर किया।
अन्य उपयोगकर्ता भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
जाँच पड़ताल:
हमने InVid टूल पर रील अपलोड करके जांच शुरू की और रिवर्स इमेज सर्च के लिए कई कीफ्रेम्स प्राप्त किए।
हमने पाया कि वीडियो 24 सप्ताह पहले 5 अगस्त 2024 को अपलोड किया गया था।
कैप्शन से पता चला कि वीडियो उज्जैन का था।
ये वीडियो प्रयागराज के महाकुंभ से भी पुराने थे।
कीवर्ड सर्च के जरिए हमने पाया कि यह वीडियो 21 मार्च 2024 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था और इसे 14 मिलियन बार देखा गया था।
हमें मध्य प्रदेश के उज्जैन में हर साल होने वाले पारंपरिक शिव पार्वती विवाह के बारे में रिपोर्ट मिली।
हमें इस बारे में वीडियो रिपोर्ट भी मिली।
निष्कर्ष: उज्जैन के शिव पार्वती विवाह का एक पुराना वीडियो हाल ही में महाकुंभ प्रयागराज में एक साधु की शादी के दावे के साथ वायरल हो रहा है। वायरल दावा झूठा है।