प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में 40 करोड़ से ज़्यादा लोगों के आने की उम्मीद है। महाकुंभ सोमवार को शुरू हुआ और उसी दिन सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक वीडियो शेयर करके दावा किया गया कि महाकुंभ परिसर में एक अस्पताल में आग लग गई जिसमें आठ से ज़्यादा लोग घायल हो गए।
जांच के दौरान, हमने पाया कि वायरल दावा झूठा है और वीडियो असल में मॉक ड्रिल का था।
क्या है दावा?
X यूजर साइमा खान ने अपने प्रोफ़ाइल पर वीडियो के साथ दावा शेयर किया।
अन्य यूजर भी इसी तरह के दावों के साथ यही वीडियो शेयर कर रहे हैं।
जांच पडताल:
हमने वीडियो को InVid टूल में अपलोड करके और उससे प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।
हमें यूट्यूब चैनल @PrayagrajAmanVibes पर अपलोड किया गया वीडियो मिला। वीडियो आठ दिन पहले अपलोड किया गया था।
वीडियो के कैप्शन में लिखा था (अनुवाद): कुंभ मेले में अस्पताल में आग लगने की घटना का एक ट्रायल [मॉक ड्रिल] डेमो#kumbh2025 #prehospitalcare
हमें X पर UPPOLICE FACT CHECK की एक पोस्ट भी मिली।
पोस्ट में स्पष्ट किया गया कि वीडियो मॉक ड्रिल का था।
हमें UP Fire Emergency Services के Instagram हैंडल पर मॉक ड्रिल के बारे में एक पोस्ट भी मिली।
इसी तरह, इस मॉक ड्रिल का एक वीडियो Fire & emergency Mahakumbh 2025 के X हैंडल पर शेयर किया गया था। वीडियो में दृश्य वायरल वीडियो से मिलते-जुलते थे।
हमें वैभव कृष्ण आईपीएस, डीआईजी कुंभ, प्रयागराज द्वारा एक पोस्ट भी मिली।
उन्होंने भी पोस्ट के माध्यम से स्पष्ट किया कि वीडियो एक मॉक ड्रिल का था और वायरल दावे झूठे और महज अफवाह थे।
निष्कर्ष: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 परिसर के भीतर एक अस्पताल में लगी आग की घटना के मॉक ड्रिल के वीडियो को गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा झूठा है।