पंजाब की जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव दो राजनीतिक दलों के बीच की लड़ाई से ज्यादा राज्य के दो बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। इन दो बड़े नेताओं का नाम है मुख्यमंत्री भगवंत मान और जालंधर लोकसभा सीट से चुनाव जीते पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी।
इस विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को चुनाव होना है। जालंधर वेस्ट सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। आम आदमी पार्टी ने यहां से महेंद्र भगत और बीजेपी ने शीतल अंगुराल को टिकट दिया है। कांग्रेस और अकाली दल ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया है।
2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शीतल अंगुराल को जीत मिली थी लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। उनके साथ ही जालंधर से सांसद सुशील रिंकू भी बीजेपी में चले गए थे। शीतल अंगुराल के इस्तीफा देने की वजह से ही यहां उपचुनाव हो रहा है।
जालंधर वेस्ट में क्या रहा 2022 का नतीजा
| सीट का नाम | आप को मिले वोट | कांग्रेस को मिले वोट | बीजेपी को मिले वोट | अकाली दल को मिले वोट |
| जालंधर वेस्ट | 39,213 | 34,960 | 33,486 | 4,125 |
सुशील रिंकू को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट से ही टिकट दिया था लेकिन चरणजीत सिंह चन्नी ने उन्हें हरा दिया था। चरणजीत सिंह चन्नी की जीत का अंतर 1.75 लाख वोटों का रहा था जबकि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पवन कुमार टीनू यहां तीसरे नंबर पर रहे थे।

तीसरे नंबर पर चली गई आप
लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने इस विधानसभा सीट पर बेहद खराब प्रदर्शन किया है वह यहां तीसरे नंबर पर रही है। कांग्रेस ने यहां सबसे ज्यादा 44,394 वोट हासिल किए हैं, उसके बाद बीजेपी को 42,873 और आप को सिर्फ 15,629 वोट मिले हैं। इसका मतलब साफ है कि 2022 में यहां जीतने वाली आप कमजोर हो गई है।
2022 के विधानसभा चुनाव में पंजाब में बड़ी जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी।
आप को मिली सिर्फ 3 सीटें
| साल | आप को मिली सीटें | कांग्रेस को मिली सीटें | बीजेपी को मिली सीटें | अकाली दल को मिली सीटें | अन्य |
| 2022 विधानसभा चुनाव (117 सीटें) | 92 | 18 | 2 | 3 | 2 |
| 2024 लोकसभा चुनाव (13 सीटें) | 3 | 7 | 0 | 1 | 2 |
बदला लेना चाहते हैं भगवंत मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान जालंधर वेस्ट की सीट जीतकर उन्हें शीतल अंगुराल और सुशील रिंकू से मिले सियासी धोखे का बदला भी लेना चाहते हैं। जालंधर में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस सीट को आम आदमी पार्टी के खाते में लाने के लिए बहुत ताकत लगाई थी। लेकिन यहां से आम आदमी पार्टी के तीसरे नंबर पर चले जाने की वजह से भगवंत मान को झटका लगा है।
अगर वह जालंधर वेस्ट की विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी को जीत दिलाते हैं तो लोकसभा चुनाव में मिले जबरदस्त झटके का असर थोड़ा कम जरूर होगा। मुख्यमंत्री भगंवत मान ने उपचुनाव पर पूरा फोकस करने के लिए आने वाले तीन सप्ताह तक जालंधर में ही रहने का फैसला किया है।

आप ने दिया बीजेपी के पूर्व नेता को टिकट
आम आदमी पार्टी ने यहां से बीजेपी के पूर्व नेता महेंद्र भगत को टिकट दिया है। महेंद्र भगत पंजाब में बीजेपी के बड़े नेता रहे और पूर्व कैबिनेट मंत्री चुन्नीलाल भगत के बेटे हैं। भगत दो बार जालंधर वेस्ट सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वह दोनों ही बार हार गए थे। महेंद्र भगत लंबे समय तक पंजाब में बीजेपी के उपाध्यक्ष रहे हैं। महेंद्र भगत बीते साल आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे और इस बार लोकसभा चुनाव में जालंधर वेस्ट सीट के प्रभारी थे।
चन्नी को मिली राजनीतिक संजीवनी
जालंधर लोकसभा सीट से बड़े अंतर से चुनाव जीतने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट को जीतकर राज्य की राजनीति में अपना कद बढ़ाना जरूर चाहेंगे। जालंधर लोकसभा सीट की जीत चन्नी के लिए निश्चित रूप से बड़ी जीत है क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री रहते हुए दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़े थे लेकिन दोनों ही सीटों से उन्हें हार मिली थी।

बढ़त बनाए रखना चाहेगी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद पंजाब में कांग्रेस जबरदस्त उत्साहित है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू सहित बड़ी संख्या में नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद भी कांग्रेस ने पिछली बार जीती 8 सीटों के मुकाबले इस बार 7 सीटों पर जीत हासिल की है।
इसलिए कांग्रेस जालंधर वेस्ट की सीट को जीतकर लोकसभा चुनाव में मिली इस बढ़त को बरकरार रखना चाहेगी।
