सुप्रीम कोर्ट में जगह की भारी कमी है। इसे दूर करने के लिए एक नया एनेक्सी भवन बनाया जा रहा है। 8 नवनियुक्त न्यायाधीशों के लिए एससीबीए द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बोलते भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि पीडब्ल्यूडी द्वारा डिजाइन किए जा रहे नए भवन में प्राथमिक जोर कानूनी संस्थान के सबसे महत्वपूर्ण हितधारकों यानी वकीलों और वादियों को पर्याप्त जगह प्रदान करना है।
‘मेरे अंदर एक वकील है’
CJI चंद्रचूड़ ने बताया कि अक्सर, बार के सदस्य मुझसे मिलने आते हैं। चाहे वह SCBA हो या SCAORA के। मैं अभी पिछले हफ्ते ही SCAORA के प्रतिनिधियों से मिला- और जब उन्होंने अपनी मांगें मेरे सामने रखीं, तो मैंने कहा कि मेरी समस्या यह है कि मैं बार की किसी भी मांग को ना नहीं कह सकता क्योंकि मेरे अंदर का वकील है जो लगातार कह रहा है कि ये मांगें कितनी जायज हैं लेकिन पिछले पांच महीनों से मेरे अंदर एक चीफ जस्टिस भी हैं जिसके दिल में संस्थागत नजरिया है। मेरे भीतर एक वकील और एक संस्थागत प्रमुख के रूप में कभी-कभी थोड़ा संघर्ष होता है और मैं दोनों दृष्टिकोणों को संतुलित करने की कोशिश करता हूं।
महिलाओं के पास होनी चाहिए अपनी जगह
सीजेआई ने कहा, “मैं इस तथ्य से अवगत हूं कि BAR को अधिक जगह की सख्त जरूरत है। इसलिए, मैंने पीडब्ल्यूडी से कहा कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और SCAORA (The Supreme Court Advocates-on-Record Association) के लिए पर्याप्त सुविधाएं होनी चाहिए।”
जस्टिस चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि महिलाओं को अपने स्वयं के स्थान की आवश्यकता होती है, इसलिए हमारे पास महिला बार संघों के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश पहले भी एक बार कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट एनेक्सी बिल्डिंग में महिला वकीलों के लिए बड़ी जगह आरक्षित की जाएगी। उन्होंने कहा था, “महिला बार एसोसिएशन के लिए सबसे बड़ा स्थान होना चाहिए। और मुझे यकीन है कि 50 या 75 साल बाद महिला बार एसोसिएशन का सबसे बड़े स्थान पर कब्जा होगा। अन्य पहलों के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में महिलाओं के लिए बेहतर कार्य स्थान बनाया जाएगा।” अब तक के प्लान के मुताबिक, महिला बार एसोसिएशन के लिए रिजर्व स्पेस ग्राउंड फ्लोर पर होगा।
वकीलों और वादियों के लिए वेटिंग एरिया भी
पीडब्ल्यूडी को यह निर्देश दिया गया है कि वह यह सुनिश्चित करे कि नई इमारत पूरी तरह से वातानुकूलित हो और हर मंजिल पर वकीलों और वादियों के लिए प्रतीक्षालय हों। वेटिंग एरिया का आइडिया वकीलों और वादियों की सुविधा बढ़ाने के लिए है। वेटिंग एरिया के होने से अदालत आने वाले लोगों को भीड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा। लोग अदालत के बाहर शांति से बैठकर अपने मामले के आने का इंतजार कर सकेंगे। वकील भी अपना काम आराम से कर पाएंगे।