भारतीय सेना ने एक बार फिर कहा है कि सेना में सेवा कर रहे लोगों को सेना की वर्दी में आभूषण और धार्मिक चिन्ह पहनने के मामले में नियमों का पालन करना होगा। सेना की ओर से यह आदेश इस वजह से दिया गया है क्योंकि कुछ जवानों को उनकी सोशल मीडिया पोस्ट में धार्मिक चिन्ह और अन्य चीजें पहने हुए देखा गया था।

सेना के नियम और कायदों में यह स्पष्ट किया जाता है कि जब आप वर्दी में हैं, तो उस दौरान आप धार्मिक चिह्न या अन्य चीजों में से क्या पहन सकते हैं और क्या नहीं। सेना की ओर से यह भी बताया जाता है कि किन चीजों को पहनना है और किन चीजों को पहनने पर रोक है।

डिफेंस सर्विसेज रेगुलेशंस एंड आर्मी ड्रेस रेगुलेशंस में कपड़ों और अन्य चीजों को पहनने के बारे में विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं।

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कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Source- PTI)

क्या कहते हैं सेना के नियम?

भारतीय सेना के नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि वर्दी के साथ कोई भी अनाधिकृत आभूषण या चिह्न नहीं पहना जाना चाहिए हालांकि सिर्फ एक अंगूठी पहनने की अनुमति है। वर्दी के साथ घड़ी की चेन और किसी सस्ते आभूषण को भी इस तरह नहीं पहना जा सकता कि वह लोगों को दिखाई दे।

आर्मी ड्रेस रेगुलेशंस में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि किसी भी तरह की चेन या कोई पवित्र धागा गले में नहीं पहना जा सकता। अगर ऐसा किया जाता है तो उन्हें सही ढंग से छुपाया जाना चाहिए जिससे वह दूसरे लोगों को ना दिखाई दें।

आर्मी ड्रेस रेगुलेशंस में वर्दी में कोई आभूषण पहनने या धार्मिक चिन्ह के संबंध में एक पैराग्राफ है। यह पैराग्राफ कहता है कि कोई भी वर्दी में किसी भी तरह का ब्रेसलेट नहीं पहनेगा। पूजा के दिन एक पवित्र धागा कलाई पर पहना जा सकता है लेकिन ज्यादा धागे पहनने की अनुमति नहीं है।

सिख समुदाय से आने वाले अफसर, जेसीओ, अन्य रैंक के जवान और सिख जवानों को कमांड देने वाले गैर सिख अफसर कड़ा पहन सकते हैं। जब आप वर्दी में हों तो किसी भी तरह का तिलक/विभूति या अन्य कोई चिन्ह नहीं लगा सकते।

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अग्निपथ योजना के विरोध में है विपक्ष।(Source-PTI)

महिलाओं के लिए क्या हैं नियम?

आर्मी ड्रेस रेगुलेशंस के मुताबिक विवाहित महिलाएं अपने गले में मंगलसूत्र पहन सकती हैं लेकिन उन्हें इस बात का ध्यान रखना होगा कि जब वे वर्दी में हों तो मंगलसूत्र दूसरे लोगों को दिखाई ना दे।

नियमों में कहा गया है कि जब महिलाएं वर्दी में हों तो लिपस्टिक या रंग बिरंगी नेल पॉलिश ना बिंदी न लगाएं। सिंदूर सिर्फ बालों के एक हिस्से पर इस तरह लगाया जा सकता है कि टोपी पहनने पर यह दूसरे लोगों को दिखाई नहीं दे।

महिलाएं जिन्होंने भारतीय सेना की वर्दी पहनी हुई हो, वे किसी तरह का कॉस्मेटिक या मेकअप नहीं कर सकतीं। आई लाइनर, काजल और फेशियल मेकअप करने की अनुमति भी नहीं है। केवल पारदर्शी नेल पॉलिश या नेल पेंट लगा सकती हैं।

ऑन ड्यूटी मेहंदी लगाना सख्त मना है

धूप से बचने के लिए फेशियल फाउंडेशन क्रीम चेहरे पर लगा सकती हैं लेकिन तब जब आपकी तैनाती आउटडोर हो। नियमों में कहा गया है कि जब आप वर्दी में हों और ऑन ड्यूटी हों तो हाथों में मेहंदी लगाना सख्त मना है।

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योगेश (तस्वीर में) का कहना है कि उसने फौज में जाने का सपना छोड़ होटल मैनेजमेंट में कैरियर बनाने का फैसला कर लिया है। जबकि इनके भाई नितिन का कहना है कि फौज में अवसर कम हो गए तो होटल में काम कर लूंगा। (Photo Source- Indian Express)

छोटी बालियां और सगाई/शादी की अंगूठी को छोड़कर कोई भी आभूषण वर्दी के साथ नहीं पहन सकते हैं। महिलाओं को कान छिदवाने के केवल एक सेट की अनुमति है।

महिलाएं नाक छिदवा सकती हैं लेकिन जब वह वर्दी में हों तो किसी भी तरह का जड़ित बटन पहनने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा किसी भी तरह की फैंसी ईयररिंग, नोज रिंग को पहनने की अनुमति भी नहीं है।

बाएं हाथ की रिंग फिंगर पर एक सगाई या शादी की अंगूठी पहनी जा सकती है हालांकि परेड में वर्दी पहने हुए कोई अंगूठी नहीं पहन सकते।

और क्या नहीं पहन सकते?

इस बात की सख्त मनाही है कि किसी भी तरह की खुशबू वाली चीज जैसे- डिओडरेंट, परफ्यूम आदि नहीं लगा सकते लेकिन आफ्टर शेव लोशन लगा सकते हैं।

किसी तरह की घड़ी या वॉच बैंड भी नहीं पहन सकते क्योंकि इससे सुरक्षा को खतरा हो सकता है। चमकीले रंग की घड़ियां और वॉच बैंड पहनने की अनुमति नहीं है। ऐसी पॉकेट घड़ी जिन में चेन लगी हुई हो यह भी नहीं पहन सकते। परेड के दौरान परेड को कंट्रोल करने वाले सीनियर सैनिक के अलावा कोई भी सदस्य घड़ी नहीं पहन सकता।