The sword of Shivaji: महाराष्ट्र सरकार छत्रपति शिवाज की ‘जगदंबा तलवार’ को ब्रिटेन से वापस लाने की कोशिश में है। महाराष्ट्र सरकार में संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इस संबंध में केंद्र से संपर्क किया है। मुनगंटीवार के मुताबिक, राज्य सरकार इस मुद्दे को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के सामने भी उठाने की तैयारी में है।
दरअसल महाराष्ट्र सरकार साल 2024 में शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारी में है। सरकार चाहती है कि वर्षगांठ के मौके पर शिवाजी की तलवार ब्रिटेन के म्यूजियम से वापस लायी जाए।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है, ”जाहिर है कि हम तलवार वापस चाहते हैं, क्योंकि यह हमारे लिए गर्व की बात है।” हालांकि यह मांग नयी नहीं है। बाल गंगाधर तिलक समेत कई महाराष्ट्रीयन नेता शिवाजी की तलवार वापस लाने की मांग उठाते रहे हैं।
क्या है जगदंबा तलवार की कहानी
छत्रपति शिवाजी महाराज के पास तीन कीमती तलवारें थीं – तुलजा, भवानी और जगदंबा। इंग्लैंड यह दावा करता रहा है कि शिवाजी चतुर्थ जगदंबा तलवार इंग्लैंड के तत्कालीन प्रिंस एडवर्ड को 1875-76 में दी गई थी। बाद में एडवर्ड को इंग्लैंड के राजा एडवर्ड सप्तम के रूप में जाना गया।
शिवाजी चतुर्थ और एडवर्ड की मुलाकात मुंबई में हुई थी। कुछ इतिहासकारों के अनुसार शिवाजी चतुर्थ ने प्रिंस एडवर्ड को तलवार खुशी-खुशी उपहार में नहीं दी थी। अंग्रेजों ने उपहार के रूप में तलवार लेने के लिए मजबूर किया था। शिवाजी चतुर्थ उस समय केवल 11 वर्ष के थे। अन्य भारतीय राजाओं की तरह उन्हें भी अंग्रेजों को बहुमूल्य उपहार देने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसमें ऐतिहासिक महत्व के हथियार भी शामिल थे।
प्रिंस एडवर्ड को हथियार जमा करने का शौक था। महाराज शिवाजी से तलवार प्राप्त करने के बाद एडवर्ड ने भी उन्हें एक तलवार भेंट की, जो कोल्हापुर के संग्रहालय में रखा है।
इंग्लैंड में कहां रखी है तलवार?
शिवाजी महाराज की तलवार इंग्लैंड की राजधानी लंदन में है। तलवार को रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट के संग्रह में रखा गया है। तलवार की तस्वीर रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट की वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है। वहां मिली जानकारी के अनुसार, तलवार का माप 127.8 x 11.8 x 9.1 सेंटीमीटर है। तलवार के ब्लेड की लंबाई 95 सेंटीमीटर होती है। यानी जगदंबा तलवार तीन फीट से थोड़ी लंबी है।