Giriraj Singh Hindu Swabhiman Yatra: बिहार में पिछले कुछ दिनों से पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा निकाली गई हिंदू स्वाभिमान यात्रा की वजह से माहौल बेहद गर्म है। विशेषकर अररिया जिले में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लगातार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बीजेपी के सांसद प्रदीप सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया है। इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान के बाद गिरिराज सिंह ने उन्हें जोरदार जवाब दिया है।
अररिया में पिछले तीन दिनों से मुस्लिम समुदाय के लोग बीजेपी सांसद के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुतला फूंकने के साथ ही जाम भी लगाया। पुलिस ने जाम लगाने वाले प्रदर्शनकारियों पर सख्ती करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
याद दिलाना होगा कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के सीमांचल इलाके में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी। बीजेपी और जेडीयू ने गिरिराज सिंह की यात्रा से किनारा कर लिया था।
RJD नेता तेजस्वी यादव क्यों बोले- मुसलमान भाईयों की तरफ बुरी नजर से देखा तो ईंट से ईंट बजा देंगे
इस यात्रा की शुरुआत 18 अक्टूबर को हुई थी। गिरिराज सिंह बेगूसराय से लोकसभा सांसद हैं लेकिन उन्होंने भागलपुर से इस यात्रा को शुरू किया था। यह यात्रा भागलपुर से कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज होते हुए अररिया पहुंची थी।
क्या कहा था सांसद ने?
20 अक्टूबर को जब हिंदू स्वाभिमान यात्रा अररिया पहुंची थी तो बीजेपी के सांसद प्रदीप सिंह ने कहा था कि अररिया में रहना है तो हिंदू बनना होगा। सांसद का यह बयान सोशल मीडिया पर जोरदार ढंग से वायरल हो गया था।
बीजेपी सांसद के बयान को लेकर बिहार में आरजेडी और बीजेपी अब आमने-सामने आ गए हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि मुसलमानों की तरफ बुरी नजर से देखने वालों की ईंट से ईंट बजा देंगे। तेजस्वी ने कहा था कि बीजेपी के नेताओं ने सीमांचल के इलाके में जनता से जुड़े मुद्दों की बात नहीं की बल्कि वे एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
सीमांचल में हिंदू हो गए अल्पसंख्यक: गिरिराज सिंह
तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा है कि अररिया में अल्पसंख्यकों को भड़काने में तेजस्वी यादव की बड़ी भूमिका रही है। उनकी हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान सांसद प्रदीप सिंह के द्वारा दिए गए बयान को मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच गलत ढंग से पेश किया गया है। गिरिराज सिंह का कहना है कि सीमांचल की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है। यहां कुछ इलाकों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं और हिंदुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं। हिंदुत्व की राजनीति के चेहरे गिरिराज सिंह ने कहा है कि उन्होंने हिंदुओं को संगठित करने के लिए हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी और उनकी यात्रा पूरी तरह शांति और सद्भाव के साथ संपन्न हुई है।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि तेजस्वी यादव के इशारे पर ही अररिया में उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है।
बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में इन दिनों विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। झारखंड बिहार से ही अलग होकर नया राज्य बना है। इसलिए ताजा राजनीतिक माहौल में पुलिस प्रशानस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
बिहार में अगले साल नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं, उससे पहले राज्य में बीजेपी सांसद के बयान और मुस्लिम समुदाय के सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की वजह से राज्य का माहौल गर्म होता दिख रहा है।
क्या कहते हैं सीमांचल के आंकड़े?
सीमांचल में लोकसभा की चार सीटें हैं। इनमें से दो सीटों पर कांग्रेस, एक पर बीजेपी और एक पर निर्दलीय सांसद चुनाव जीते थे। इसी तरह विधानसभा की 23 सीटों में से पांच-पांच सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के विधायक हैं। बीजेपी के पास 8, जेडीयू के पास तीन और माले-निर्दलीय के पास एक-एक सीट है।
गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा को लेकर एनडीए में भी काफी हलचल दिखाई दी थी। जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह ने इस यात्रा पर सवाल उठाए थे और कहा था कि बिहार में सांप्रदायिक सौहार्द्र कायम है और ऐसे में यात्रा की क्या जरूरत है। देखना होगा कि हिंदू स्वाभिमान यात्रा के बाद शुरू हुई यह राजनीतिक गहमागहमी कितने दिनों तक बनी रहती है।
