नई दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में बम विस्फोट हुआ जिसमें 13 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक घायल हो गए। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा है।
वीडियो में योगी आदित्यनाथ को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “जो दिल्ली में हुआ, वह बिहार में भी हो सकता है। हमने त्रिशूल इसलिए शुरू नहीं किया ताकि हमारे सैनिक कलाबाजियां करें। हमें हिंदू राष्ट्र बनाना है। अगर इस हिंदू राष्ट्र के लिए हमें 800 जानों की कुर्बानी देनी पड़ी तो हम वह करेंगे। आप सबने हमें धोखा दिया है। लेकिन, अगर आपने दूसरे चरण में बीजेपी के खिलाफ वोट किया, तो नतीजों के लिए तैयार रहें।”
इस वीडियो को इस दावे के साथ साझा किया जा रहा था: “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नई दिल्ली विस्फोटों के बाद मंच पर आए और बिहार के लोगों को खुले तौर पर धमकी दी कि यदि आप दूसरे चरण में बीजेपी को वोट नहीं देंगे, तो आपके लिए ऐसे नतीजे हो सकते हैं जिनकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते।”
जांच के दौरान हमने पाया कि वीडियो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके एडिट किया गया था। वायरल दावा झूठा है।
क्या है दावा?
‘द व्हिसल ब्लोअर’ नामक X यूजर ने यह वायरल वीडियो अपनी प्रोफाइल पर साझा किया।
अन्य यूजर भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं।
जांच पड़ताल:
हमने वीडियो की जांच शुरू की। वीडियो में इस्तेमाल की गई आवाज कृत्रिम (synthetic) लग रही थी। यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि योगी आदित्यनाथ दिन के दौरान भीड़ को संबोधित करते हुए दिखाई दिए जबकि कार बम विस्फोट शाम को हुआ था।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि बिहार में मतदान का दूसरा चरण 11 नवंबर को हुआ था, इसलिए यह वीडियो पुराना हो सकता है।
फिर हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया। इससे हम सीएम योगी आदित्यनाथ के बिहार के सिवान में जनसभा को संबोधित करने वाले लाइव वीडियो तक पहुंचे।
वायरल वीडियो में ‘द प्रिंट’ (The Print) आइकन दिखाने वाला एक स्क्रीनग्रैब भी था।
23 मिनट के इस वीडियो में, योगी आदित्यनाथ ने वायरल वीडियो में बताई गई कोई भी बात नहीं कही।
यह वीडियो एक सप्ताह पहले अपलोड किया गया था। हमें इस कार्यक्रम के ऐसे कई लाइव स्ट्रीम मिले।
फिर हमने वायरल वीडियो डाउनलोड किया और उसे mp3 फ़ाइल में भी बदल दिया और कई AI डिटेक्टरों से गुजारा।
HIVE Moderation ने सुझाव दिया कि वीडियो में AI-जनरेटेड या डीपफेक सामग्री होने की संभावना है। जबकि, Resemble AI ने सुझाव दिया कि हालांकि आवाज असली लगती है, यह प्रतिरूपण (impersonation) हो सकता है। एक अन्य उपकरण, डीपवेयर (Deepware) ने भी सुझाव दिया कि वीडियो ‘संदिग्ध’ था।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार के लोगों को धमकी नहीं दी और न ही यह कहा कि बिहार में भी धमाका हो सकता है। बिहार के सिवान में उनके संबोधन के पुराने वीडियो को AI टूल्स का उपयोग करके एडिट किया गया और हालिया बताकर साझा किया गया। वायरल दावा झूठा है।
