लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो व्यापक रूप से शेयर होता हुआ मिला। वीडियो में एक महिला पुलिसकर्मी और दो गुंडों के बीच बहस दिखाई गई है। गुंडे रिश्वत की पेशकश कर रहे हैं जबकि महिला पुलिसकर्मी मना कर देती है।
वीडियो के साथ, यह दावा किया गया कि यह घटना उत्तर प्रदेश की है।
जांच के दौरान, हमने पाया कि वीडियो स्क्रिप्टेड (मनगढ़ंत) था और उत्तर प्रदेश में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
क्या है दावा?
एक्स (X) यूजर @nityaa78 ने इस वीडियो को झूठे दावे के साथ साझा किया।
अन्य यूजर्स भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं।
जांच पडताल:
हमने वीडियो से प्राप्त की-फ्रेम पर, उस पर लिखे टेक्स्ट को छोड़कर, रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।
हमें यही वीडियो दो सप्ताह से अधिक समय पहले ‘अमित दीक्षित सोशल मैसेज’ नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला।
वीडियो की शुरुआत में, स्क्रीन पर एक अस्वीकरण (Disclaimer) दिखाई देता है, जिसमें कहा गया है कि वीडियो में दिखाए गए पात्र काल्पनिक हैं।
हमने जिस चैनल को देखा, उसके 35.6K से अधिक सब्सक्राइबर थे।
हमने यूट्यूब चैनल पर दिए गए फेसबुक पेज लिंक पर क्लिक किया। पेज का शीर्षक ‘ब्यूटी ऑफ नेचर’ था और इसके 93K से अधिक फॉलोअर्स थे।
हमें यह वीडियो इस पेज पर भी मिला।

निष्कर्ष: महिला पुलिसकर्मी के स्क्रिप्टेड वीडियो को उत्तर प्रदेश की वास्तविक घटना बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा झूठा है।