लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो मिला। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि लोगों ने नेपाल में सीता के मायके से अयोध्या राम मंदिर तक जुलूस निकाला है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो नेपाल से अयोध्या तक निकाले गए जुलूस का नहीं है, बल्कि ग्रेटर नोएडा का है।
क्या वायरल हो रहा है?
ट्विटर यूजर माधव खुराना ने वायरल दावे को अपने वॉल पर शेयर किया है।
दूसरे यूजर्स भी यही वीडियो इसी दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
कैसे हुई पड़ताल?
हमने वीडियो को InVid टूल में अपलोड किया, जिससे कुछ कीफ्रेम मिले। कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च में डालने पर एक फेसबुक रील मिला, जिसमें बताया गया है कि वीडियो ग्रेटर नोएडा का है।

हमें एक न्यूज रिपोर्ट में वीडियो का स्क्रीनशॉट भी मिला। नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह वीडियो उस कार्यक्रम का है जब बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री ग्रेटर नोएडा आए थे। स्क्रीनशॉट

हमें इस आयोजन और छह महीने पहले निकाली गई कलश यात्रा के बारे में एक समाचार रिपोर्ट भी मिली।
वीडियो 9 जुलाई, 2023 को अपलोड किया गया था।
हमने 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान अयोध्या में आए जुलूसों से जुड़ी समाचार रिपोर्टों की भी जांच की। हमें इंडिया टुडे पर एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसमें भारत में नेपाल के दूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर खुशी व्यक्त करते नजर आ रहे हैं।
खबरो में यह भी उल्लेख किया गया था कि नेपाल के जनकपुर से लगभग 500 लोग 3000 उपहार लेकर अयोध्या के लिए एक बड़े जुलूस के रूप में निकले थे। उपहार में आभूषण, रसोई के बर्तन, कपड़े और बहुत कुछ शामिल था। हमें इस बारे में एक समाचार रिपोर्ट भी मिली।

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है: भक्ति भाव में, भगवान राम के लगभग 500 अनुयायियों ने नेपाल के जनकपुर धाम राम जानकी मंदिर से अयोध्या तक की यात्रा की। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने जनकपुर से अयोध्या तक की यात्रा का आयोजन किया। उनके काफिले में श्री राम और माता जानकी के लिए 3,000 से अधिक उपहार थे, जिनमें धन, कपड़े, फल, मिठाइयाँ, सोना और चांदी शामिल थे।
निष्कर्ष: जिस वायरल वीडियो को नेपाल से अयोध्या तक निकाले गए जुलूस का बताया जा रहा है, वह दरअसल ग्रेटर नोएडा में निकाले गए जुलूस का वीडियो है।