अंकिता देशकर

लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर मिली, जिसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि 25,000 से ज्यादा किसान 5,000 ट्रैक्टर के साथ दिल्ली पहुंचने वाले हैं। ट्रैक्टर में बैरिकेड हटाने के लिए हाइड्रोलिक उपकरण लगाए गए हैं, फायर प्रूफ ट्रैक्टरों को आंसू गैस के गोलों का मुकाबला करने के लिए तैयार किया गया है। किसानों ने मॉडिफाइड ट्रैक्टर्स के साथ प्रैक्टिस भी किया है।

हालांकि जांच करने पर पता चला कि पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर को AI की मदद से बनाया गया है।

क्या वायरल हो रहा है?

एक्स यूजर Megh Updates ने वायरल तस्वीर को अपनी वॉल पर शेयर किया है।

अन्य यूजर्स भी एआई द्वारा बनाई तस्वीर को समान दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।

कैसे हुई पड़ताल?

पोस्ट के साथ एएनआई न्यूज एजेंसी का एक लिंक भी था। हमने न्यूज रिपोर्ट की जांच की, जिससे पता चला कि खबर में पोस्ट के साथ शेयर की जा रही वायरल तस्वीर नहीं है।

ANI
ANI का आर्टिकल

हमें वायरल तस्वीर एक दूसरी खबर में मिली। लेकिन न्यूज आर्टिकल में यह स्पष्ट से रूप से लिखा है कि प्रतीकात्मक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर को एआई से बनाया गया है।

Tractors modified to remove barricades, resist tear gas shells will lead Delhi Chalo march by Punjab farmers, intelligence agencies alert police

हमने एआई इमेज डिटेक्टर, हाइव मॉडरेशन में मॉडिफाइड ट्रैक्टर्स की वायरल तस्वीर को अपलोड किया। इस टूल से पता चला कि वायरल तस्वीर को AI से बनाया गया है।

निष्कर्ष: मॉडिफाइड ट्रैक्टर्स की वायरल तस्वीर का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। किसान इस तरह के ट्रैक्टर्स लेकर विरोध प्रदर्शन के लिए नहीं आए हैं। वायरल तस्वीर को एआई से बनाया गया है।