अंकिता देशकर

लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया वायरल हो रहा एक वीडियो मिला। दो मिनट की वीडियो में रेलवे ट्रैक बिछाने की प्रक्रिया को दिखाया गया है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह भारत का है। जांच करने पर पता चला कि वीडियो भारत का नहीं बल्कि मलेशिया का है।

क्या वायरल हो रहा है?

ट्विटर यूजर (अब एक्स) The Hindu Sena ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “ये हैं आज के भारत की टेक्नोलॉजी, जिसे विगत 60 वर्षों में सरकार लांच नहीं कर सकी, क्योंकि भारत की जनता के टैक्स का पैसा स्विस बैंक में जमा किया जा रहा था।”

अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी वीडियो को ऐसे ही दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।

कैसे हुई पड़ताल?

वीडियो ठीक से देखने पर पता चलता है कि मशीन के ऊपर ‘चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन’ लिखा हुआ है। वीडियो के कुछ हिस्से पर रिवर्स इमेज सर्च चलाने के लिए हमने उसके कुछ कीफ्रेम निकाल लिए। रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें चाइना फोकस का एक ट्वीट मिला, जिसमें मशीन की तस्वीरें थीं, जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है। पोस्ट 12 दिसंबर, 2023 को शेयर किया गया था।

हमें ‘शेयरिंग ट्रैवल’ प्रोफाइल पर पोस्ट किया गया वीडियो मिला। कैप्शन में लिखा है, ‘मलेशिया के ईस्ट कोस्ट रेलवे ने ट्रैक बिछाना शुरू किया।’ यह पोस्ट 9 जनवरी 2024 को शेयर किया गया था।

हमें रेलवे ट्रैक बिछाने के बारे में कुछ खबरे भी मिलीं।

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स्क्रीनशॉट
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हमें यूट्यूब पर ट्रैक बिछाने का वीडियो भी मिला।

निष्कर्ष: मलेशियाई ईस्ट कोस्ट रेल लिंक (ईसीआरएल) के ट्रैक बिछाने के वीडियो को भारत में ट्रैक बिछाने का वीडियो बताकर शेयर किया जा रहा है।