अंकिता देशकर

लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा एक वीडियो मिला। दावा किया जा रहा है कि वीडियो मंदसौर का है, जहां भाजपा की सरकार है, पुलिस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर मंदसौर (मध्य प्रदेश) में किसानों पर फायरिंग की थी। हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो मंदसौर में पुलिस फायरिंग का नहीं है, बल्कि झारखंड में खूंटी पुलिस की मॉक ड्रिल का है।

क्या वायरल हो रहा है?

ट्विटर यूजर Prashant Yadav ने वायरल पोस्ट को अपनी आईडी पर शेयर करते हुए लिखा, “किसान भाइयों! मंदसौर में किसानों पर कैसे शिवराज सिंह और भाजपा सरकार के इशारे पर गोलीया चलाई गई थी याद रखना।”

अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

कैसे हुई पड़ताल?

हमने वीडियो के फ्रेम को अलग-अलग इमेज में बदलने के लिए InVid टूल का इस्तेमाल किया। पड़ताल के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो पहले कश्मीर का बताकर शेयर किया गया था।

जब हमने यांडेक्स सर्च का उपयोग करके एक कीफ्रेम को सर्च किया। इसी सर्च से हमें पता चला कि वीडियो में ‘झारखंड पुलिस’ है। इसके बाद हमने इसके बारे में गूगल पर कीवर्ड की मदद से सर्च किया।

इससे हमें 1 नवंबर, 2017 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला।

हमें द प्रिंट की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें कहा गया था कि यह वीडियो झारखंड पुलिस की मॉक ड्रिल का है।

Fact

अंत में हमें मंदसौर हिंसा की एक रिपोर्ट भी मिली।

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निष्कर्ष: मंदसौर में किसानों पर पुलिस फायरिंग का दावा किया जा रहा, जबकि वायरल वीडियो असल में झारखंड जिले की खूंटी पुलिस की मॉक ड्रिल का है।