‘लाइटहाउस जर्नलिज्म’ (Lighthouse Journalism) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से शेयर किया जा रहा एक वीडियो मिला। वीडियो में कुछ लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल दिखाई दे रहा था।
वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा था कि यह आरएसएस (RSS) के लोगों के द्वारा एक स्कूल पर किए गए हमले के बारे में है।
पड़ताल के दौरान, हमने पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। इसके बजाय, यह वीडियो हमीरपुर में एक शादी समारोह में मची भगदड़ (अव्यवस्था) को दिखाता है।
क्या है दावा?
एक्स (X) यूजर अनुषी तिवारी ने भ्रामक दावे के साथ वायरल वीडियो शेयर किया।
अन्य यूजर्स भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
जाँच पड़ताल:
हमने वीडियो से प्राप्त की-फ्रेम्स (keyframes) पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की। इससे हमें कुछ खबरें मिलीं।
रिपोर्ट में कहा गया था कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह’ का आयोजन किया गया था। इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम के माध्यम से चार ब्लॉकों के 380 से अधिक वर-वधू जोड़ों ने अपने जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत की। इनमें निकाह कबूल करने वाले तीन मुस्लिम जोड़े भी शामिल थे। समारोह संपन्न होने के कुछ ही क्षणों बाद, खाने-पीने की चीजों के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
इस दौरान एक दूल्हा भी चिप्स का पैकेट लेकर भागता हुआ दिखाई दिया। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
हमें इस घटना के बारे में कई और रिपोर्ट्स मिलीं।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश में सामूहिक विवाह में मची अफरा-तफरी के वीडियो को, तेलंगाना के एक कैथोलिक स्कूल पर आरएसएस (RSS) के लोगों द्वारा किए गए हमले के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।
