लाइटहाउस जर्नलिज्म को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का एक वीडियो मिला। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। वीडियो में दावा किया गया है कि वर्धा में एक चुनावी रैली में कांग्रेस के सदस्यों ने उद्धव ठाकरे को 5 मिनट भी सभा को संबोधित नहीं करने दिया। जांच के दौरान यह दावा फर्जी पाया गया।

क्या हो रहा है वायरल?

X यूजर @Modified_Hindu9 ने एक 28-सेकण्ड का वीडियो अपने प्रोफ़ाइल पर साझा किया।.

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

अन्य उपयोगकर्ता भी यही दावा साझा कर रहे हैं।

कैसे हुई पड़ताल

हमने गूगल पर ‘उद्धव ठाकरे का वर्धा में भाषण’ शब्द का इस्तेमाल करके जांच शुरू की।

हमें ज़ी 24 तास के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया 12 मिनट का एक वीडियो मिला।

यहां वीडियो में यह देखा जा सकता है कि कांग्रेस के सदस्य और यहां तक ​​कि वर्धा से एमवीए उम्मीदवार अमर काले उद्धव ठाकरे से रैली को संबोधित करने का आग्रह कर रहे हैं। ठाकरे जहां यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वह केवल 5 मिनट बोलेंगे, वहीं मंच पर मौजूद अन्य लोग उनसे कम से कम 15 मिनट बोलने का आग्रह कर रहे हैं। इसके बाद वह भीड़ से कहते हैं कि वे पूरे कार्यक्रम में शामिल हों, भले ही वह बीच में ही चले जाएं।

साम टीवी के यूट्यूब चैनल पर अपलोडेड वीडियो में दिखा कि एक व्यक्ति अमर काले को टोकते हुए कहता है कि उद्धव ठाकरे को फ्लाइट पकड़नी है और उन्हें जल्दी निकलना होगा।

इसके बाद 22 अप्रैल 2024 को आयोजित रैली में ठाकरे ने करीब 10 मिनट तक भाषण दिया। उन्होंने अंत में मौजूद लोगों से अमर काले के भाषण का इंतज़ार करने और उसके बाद ही जाने का आग्रह किया।

जांच के अगले चरण में हमने वर्धा से तीन बार के कांग्रेस विधायक अमर काले से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि वायरल दावा झूठा है। उन सभी ने उद्धव ठाकरे से आग्रह किया कि वे लोगो को सम्बोधित करें लेकिन उन्हें देरी हो रही थी, इसलिए वे अमर काले से आग्रह कर रहे थे कि वे ही सभा को सम्बोधित करें, ऐसा अमर काले ने बताया।

निष्कर्ष: यह दावा कि वर्धा में चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे को बोलने नहीं दिया, गलत है। वायरल दावा झूठा है।