लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा एक वीडियो मिला। इस वीडियो को नेपाल का बताया जा रहा था, जिसमें एक व्यक्ति को विरोध प्रदर्शन के दौरान हवा में उड़ते हुए आंसू गैस के गोले को पकड़ते और उसे वापस फेंकते हुए देखा गया था।

जांच के दौरान, हमें पता चला कि यह वीडियो नेपाल के विरोध प्रदर्शनों से संबंधित नहीं था बल्कि यह पाकिस्तान का एक पुराना वीडियो है। वायरल किया जा रहा दावा झूठा है।

क्या है दावा?

एक्स यूजर @Ramrajya ने इस वीडियो को एक भ्रामक दावे के साथ साझा किया।

अन्य यूजर भी इसी दावे के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने वीडियो से मिले की फ्रेम्स पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।

हमें यह वीडियो मई 2022 में फेसबुक पर अपलोड हुआ मिला।

हमें यही वीडियो 26 मई 2022 को गल्फ टुडे के फेसबुक पेज पर भी अपलोड हुआ मिला।

इसके कैप्शन में लिखा था: “पाकिस्तानी प्रदर्शनकारी ने आंसू गैस के कनस्तर को पकड़ा, उसे वापस पुलिस की तरफ फेंका।”

हमें यह वीडियो एक वेबसाइट पर भी मिला।

हमें यह वीडियो 2022 में X पर भी अपलोड किया हुआ मिला।

वीडियो के स्क्रीनशॉट propakistani.pk नामक एक वेबसाइट पर भी अपलोड किए गए थे।

इस वेबसाइट में लिखा था: “पीटीआई के एक युवा कार्यकर्ता का जलते हुए आंसू गैस के कनस्तर को पकड़ने और उसे दूर फेंकने का अविश्वसनीय फुटेज विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चर्चा में है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस युवा के साहस से प्रभावित होकर उसके साहसी कार्य की प्रशंसा की।”

निष्कर्ष: आंसू गैस के गोले को पकड़कर फेंकने का वीडियो पाकिस्तान का है। यह दावा कि यह वीडियो नेपाल के हालिया विरोध प्रदर्शनों का है, गलत है।