आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को शराब नीति से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। घेराव और विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बीच लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई यूजर्स द्वारा शेयर किया जा रहा एक पोस्ट मिला।
एक तस्वीर जिसमें सड़क पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है, उसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ चेन्नई की सड़कों पर लोग उतर गए हैं। पड़ताल में हमने पाया कि वायरल दावा झूठा है। तस्वीर ओडिशा के पुरी की सड़कों की है।
क्या वायरल हो रहा है?
X यूजर Poornima Maurya ने वायरल तस्वीर को फर्जी दावे के साथ अपने प्रोफाइल पर शेयर की है।
अन्य यूजर्स भी वायरल दावे को शेयर कर रहे हैं।
कैसे हुई पड़ताल?
हमने अपनी पड़ताल की शुरुआत तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च से की। सर्च करने पर हमें यह तस्वीर wikimedia पर मिली। इसके सोर्स लिंक ने हमें नवीन पटनायक के एक्स हैंडल तक पहुंचा दिया।
इस ट्वीट में तीसरी तस्वीर, वही तस्वीर है जिसे ‘आप’ से जुड़ा बताकर शेयर किया जा रहा है।
इस तस्वीर का इस्तेमाल कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी किया गया था।

रिपोर्ट में कहा गया है: मंगलवार, 20 जून, 2023 को पुरी में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के दौरान भक्तों की भीड़।
निष्कर्ष: वायरल तस्वीर जिसमें वर्ष 2023 में पुरी में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के दौरान भक्तों को दिखाया गया है, यह दावा करते हुए शेयर किया जा रहा है कि लोग अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।