11 अगस्त, 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि दिल्ली-एनसीआर के सभी आवारा कुत्तों को आठ हफ्तों के भीतर सड़कों से हटाकर शेल्टरों में भेज दिया जाए। इसका कारण यह बताया गया कि लोगों को बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से घूमने का मौलिक अधिकार है। इस फैसले पर देश के विभिन्न हिस्सों से कई प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
इसी विवाद के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत ज़्यादा शेयर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया कि इसमें भारत के एक डॉग शेल्टर को दिखाया गया है।
जांच के दौरान, हमें पता चला कि यह वीडियो भारत का नहीं बल्कि इराक़ का है।
क्या है दावा?
एक्स (X) यूज़र @VBanaras ने यह वायरल वीडियो अपनी प्रोफ़ाइल पर साझा किया है।
अन्य यूज़र्स भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
जांच पड़ताल:
हमने InVid टूल में वीडियो अपलोड करके रिवर्स इमेज सर्च के साथ जांच शुरू की।
हमें यह वीडियो कई प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड किया हुआ मिला। वीडियो पर लिखा टेक्स्ट बताता है कि यह वीडियो इराक़ के एर्बिल का है।
हमें एक और वीडियो मिला जो दिखाता है कि यह इराक़ के एर्बिल के एक डॉग शेल्टर का है।
हमें यह वीडियो ‘गिव मी योर वॉइस’ (Give me your voice), ‘बेन एन.सी. हॉफमिस्टर’ (Ben N.C. Hoffmeister) के इंस्टाग्राम हैंडल पर १० मार्च को अपलोड किया हुआ भी मिला।
यह वीडियो सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कई महीने पहले अपलोड किया गया था।
निष्कर्ष: वायरल हो रहा वीडियो जिसमें शेल्टर में आवारा कुत्ते दिख रहे हैं, भारत का नहीं बल्कि इराक़ का है। वायरल दावा भ्रामक है।