अंजिश्नु दास

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल (Exit Polls Result 2023) आ चुके हैं। परिणाम रविवार (तीन दिसंबर) को आएंगे। आधिकारिक परिणाम आने से पहले बहुत सारा विश्लेषण एग्जिट पोल पर केंद्रित होगा। हालांकि पिछले अनुभवों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि एग्जिट पोल की सटीकता की कोई गारंटी नहीं होती है।

2018 के विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल की बात करें तो उनके अनुमान राजस्थान और मध्य प्रदेश में आए असल परिणाम के आसपास थे। लेकिन तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के लिए उनकी भविष्यवाणियां काफी अंतर से गलत साबित हुई थीं।

2018: राजस्थान में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी, MP में त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान

राजस्थान के लिए सभी प्रमुख एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस 200 सदस्यीय विधानसभा में 100 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार कर जाएगी। पांच एग्जिट पोल में कांग्रेस को औसत 117 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था। न्यूज नेशन के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 100 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था। यह असल आंकड़ों के सबसे करीब था। रिपब्लिक-सीवोटर और इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने कांग्रेस के लिए काफी बड़ी जीत की भविष्यवाणी की थी।

हालांकि, कोई भी प्रमुख सर्वेक्षण निर्दलीय और बहुजन समाज पार्टी जैसे छोटे खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भविष्यवाणी करने में सक्षम नहीं था, जिसने क्रमशः 13 और छह सीटें जीतीं थीं।

मध्य प्रदेश में सात प्रमुख एग्जिट पोल के औसत ने कांग्रेस पर भाजपा की मामूली जीत की भविष्यवाणी की थी। 230 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता दिख रहा था। जबकि केवल एबीपी न्यूज-सीएसडीएस ने कांग्रेस के बहुमत की भविष्यवाणी की थी। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया, टाइम्स नाउ-सीएनएक्स और इंडिया-सीएनएक्स ने भाजपा के बहुमत की भविष्यवाणी की थी।

कांग्रेस ने 2018 में 114 सीटें जीतीं, बहुमत से केवल एक सीट कम और भाजपा से केवल पांच सीटें अधिक। सात में चार एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर दिखाई गई थी।

तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में बुरी तरह गलत साबित हुए थे एग्जिट पोल

तेलंगाना में पांच प्रमुख एग्जिट पोल ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) के बहुमत की भविष्यवाणी की थी। लेकिन वह इसका अंदाजा लगाने में विफल रहे थे कि जीत कितनी बड़ी होने वाली है। एग्ज़िट पोल में बीआरएस को औसत 68 सीटें मिल रही थीं। जबकि असल में  119 सदस्यीय विधानसभा में से बीआरएस 88 सीटें जीतने में सफल रही। सर्वेक्षणों में कांग्रेस की संभावनाओं को भी बढ़ा-चढ़ाकर आंका गया था। उसे 39 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि असल में उसे केवल 19 सीटों पर जीत मिली थी।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया और क्षेत्रीय सर्वेक्षक टीवी9 तेलुगु-एएआरए बीआरएस के लिए क्रमशः 79-81 और 75-58 सीटों की अपनी भविष्यवाणी के साथ सबसे करीब आए। इसके विपरीत, न्यूज एक्स-नेता और रिपब्लिक-सीवोटर ने अपने सर्वेक्षणों में कांग्रेस को क्रमश: 46 और 47-59 सीट देते हुए कड़ी प्रतिस्पर्धा की भविष्यवाणी की थी।

छत्तीसगढ़ में सात एग्जिट पोल के औसत ने भाजपा और कांग्रेस को 42-42 सीटों पर दिखाया था। लेकिन असल नतीजे में कांग्रेस को आश्चर्यजनक रूप से आसान जीत मिली थी। 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 68 सीटें जीतकर सत्तारूढ़ भाजपा को बाहर कर दिया था। भाजपा सिर्फ 15 सीटों पर सिमट गई थी।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया की भविष्यवाणी कांग्रेस के लिए सबसे सटीक थी। लेकिन उसने भी बीजेपी के प्रदर्शन को ज्यादा आंका था। रिपब्लिक-सीवोटर ने कांग्रेस के बहुमत की भविष्यवाणी की थी। ऐसा करने वाला वह इकलौता था। टाइम्स नाउ-सीएनएक्स, एबीपी न्यूज-सीएसडीएस और इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने बीजेपी के बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की थी।

मिजोरम में तीन एग्जिट पोल के औसत ने सत्तारूढ़ कांग्रेस या उसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। जबकि रिपब्लिक-सीवोटर और इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने एमएनएफ के बहुमत का अनुमान लगाया था। दोनों की भविष्यवाणी सही साबित हुई, 40 सदस्यीय विधानसभा में एमएनएफ ने 26 सीटों पर दर्ज की। कांग्रेस चार पर सिमट गई।