विवादित इस्लामी उपदेशक और भारत में भगोड़ा घोषित किया गया जाकिर नाइक इन दिनों पाकिस्तान में है। सोमवार को पाकिस्तान पहुंचने पर उसका जोरदार स्वागत किया गया। पाकिस्तान में उसने एक चैनल से बात करते हुए गोमांस को लेकर विवादित बयान दिया। नाइक ने अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान कहा कि हिंदू गोमांस खाते हैं, उनके संत भी गोमांस और मटन खाते हैं।
वहीं, भारत ने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि पाकिस्तान ने भगोड़े जाकिर नाइक के लिए कैसे रेड कार्पेट बिछाया क्योंकि उसने पड़ोसी देश की यात्रा के दौरान विवादास्पद बयान दिए थे।
नाइक ने पाकिस्तानी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “अगर आप मुझसे मेरी व्यक्तिगत राय पूछें, तो गोमांस पर प्रतिबंध एक राजनीतिक मुद्दा है क्योंकि करोड़ों हिंदू भी गोमांस खाते हैं। यह उनकी किताबों में लिखा है, यहां तक कि उनके संत भी गोमांस और मटन खाते थे।” नाइक ने आगे कहा, ”नई सरकार आने के बाद कई राज्यों में गोमांस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर आप किसी लड़की को परेशान करते हैं तो तीन साल की सजा है और अगर आप गोमांस खाते हैं तो पांच साल की सजा है। यह किस तरह का तर्क है।”
मलेशियाई पीएम अनवर इब्राहिम भी पाकिस्तान पहुंचे
जाकिर नाइक सरकार के निमंत्रण पर एक महीने की लंबी यात्रा पर पाकिस्तान पहुंचा है। इस दौरान वह कराची, इस्लामाबाद और लाहौर समेत कई शहरों में स्पीच देगा। पिछले 30 सालों में जाकिर नाइक की यह पहली पाकिस्तान यात्रा है। इससे पहले वह साल 1992 में पाकिस्तान पहुंचा था। यही नहीं जाकिर नाइक के पीछे मलेशियाई पीएम अनवर इब्राहिम भी पाकिस्तान पहुंचे।
India-China: चीन के बाजारों में बन रहा भारत के खिलाफ माहौल, क्यों भारतीयों से जलते हैं चीनी?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिला जाकिर नाइक
एक्स पर एक पोस्ट में जाकिर नाइक ने लिखा कि उसने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बातचीत की। नाइक ने पीएम के साथ अपनी एक तस्वीर भी एक्स पर पोस्ट की। शरीफ ने नाइक से कहा, “इस्लाम शांति का धर्म है और आप लोगों के बीच इस्लाम का सच्चा संदेश फैलाकर एक अहम फर्ज निभा रहे हैं।” वहीं, शहबाज शरीफ ने कहा कि नाइक की स्पीच काफी प्रैक्टिकल और असरदार होती हैं और युवा दर्शकों के बीच उनके काफी फॉलोअर्स हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग और नफरत भरे भाषणों के जरिए उग्रवाद भड़काने के आरोप में भारत में वांछित जाकिर नाइक ने 2016 में भारत छोड़ दिया था। उसे महाथिर मोहम्मद के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने मलेशिया में स्थायी निवास की इजाजत दी थी।