कोरोना संक्रमण के मामलों में तीव्र वृद्धि से निपटने में ब्राजील और भारत के संघर्ष करने के बीच शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने चेतावनी दी कि विश्व अब भी महामारी के बीचोंबीच फंसा हुआ है। इसने वैश्विक अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर लौटने व अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू होने की उम्मीद धुंधली कर दी है।

दुनिया में विषाणु से 55 लाख लोग संक्रमित हैं व 3,46,000 से अधिक लोगों की मौत हुई हैं। यूरोप में करीब 1,70,000 लोगों की जबकि अमेरिका में करीब एक लाख लोगों की जान गई हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक डॉ माइक रयान ने कहा, ‘अभी, हम दूसरे (महामारी के) चरण में नहीं हैं। हम वैश्विक स्तर पर इसके पहले चरण के बीचोंबीच हैं।’ रयान ने संक्रमण के मामले बढ़ने वाले क्षेत्रों दक्षिण अमेरिका, दक्षिण एशिया और अन्य इलाकों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘हम अब भी एक ऐसे चरण में हैं, जहां रोग वास्तव में बढ़ता ही जा रहा है।’ डब्लूएचओ ने चेतावनी दी कि अधिकारियों को महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त जांच करनी चाहिए। ब्राजील में संक्रमण के 3,75,000 मामले सामने आ चुके हैं, जो अमेरिका के 16 लाख मामलों के बाद दूसरे स्थान पर है। ब्राजील में 23,000 लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है।

रयान ने कहा कि ब्राजील में संक्रमण की अत्यधिक दर का मतलब है कि उसे लोगों को घरों के अंदर रखने के कुछ उपायों को अपनाना चाहिए, भले ही इसका अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव क्यों न पड़ता हो। हालांकि, साओ पाउलो के गवर्नर जोआवो दोरिया की योजना एक जून से पाबंदियों में ढील देने की है।

रूस में मंगलवार को कोविड-19 से 174 लोगों की मौत होने के साथ कुल मृतक संख्या 3,807 पहुंच गई। संक्रमण के करीब 9,000 नये मामले सामने आने के साथ कुल मामले 3,60,000 के आंकड़े को पार कर गए हैं। रूस में तुलनात्मक रूप से मृत्यु दर कम रहने पर पश्चिमी देशों में भी विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, रूसी अधिकारियों ने आंकड़ों में हेरफेर करने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।